दुर्लभ होता है संतों का आगमन
सिकंदराबाद
तेरापंथ भवन में शासनश्री साध्वी जिनरेखा जी का मंगल प्रवेश हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ तेममं के मंगलाचरण गीतिका द्वारा हुआ। शासनश्री साध्वी जिनरेखा जी ने कहा कि संतों का समागम बहुत ही दुर्लभ है। आज स्वागत है त्याग और वैराग्य का, स्वागत है ॠषि परंपरा का और स्वागत है आचार्यश्री महाश्रमण जी की कृपादृष्टि का।
जैन सेवा संघ के अध्यक्ष अशोक बरमेचा, जैन तेरापंथ वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष महेंद्र भंडारी, महामंत्री मनोज दुगड़, तेरापंथी सभा के अध्यक्ष सुरेश सुराणा, तेयुप के अध्यक्ष राहुल श्यामसुखा, टीपीएफ के अध्यक्ष मोहित बैद, अणुव्रत समति के मंत्री अशोक मेड़तवाल, महिला मंडल की नवनिर्वाचित अध्यक्षा अनिता गीड़िया, ज्ञानशाला की तेलंगाना-आंध्र प्रभारी प्रशिक्षिका अंजू बैद, राजमुंद्री से राजेश लोढ़ा, चांदबाई बैद ने साध्वीश्री जी का स्वागत किया।
ज्ञानशाला के बच्चों एवं प्रशिक्षिकाओं द्वारा सुंदर प्रस्तुति दी गई। कन्या मंडल ने सुंदर शब्द चित्र से प्रस्तुति दी। साध्वी श्वेतप्रभा जी, साध्वी मार्दवयशा जी ने अपने विचार व्यक्त किए। सभा की ओर से लक्ष्मीपत बैद ने आभार ज्ञापन किया। कार्यक्रम का संचालन सभा उपाध्यक्ष बाबूलाल बैद ने किया।