अभातेममं का 47वाँ राष्ट्रीय महिला अधिवेशन ‘परचम केसरिया शक्ति का’

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अभातेममं का 47वाँ राष्ट्रीय महिला अधिवेशन ‘परचम केसरिया शक्ति का’

छापर।
अभातेममं के तत्त्वावधान में 47वाँ राष्ट्रीय महिला अधिवेशन ‘परचम केसरिया शक्ति का’ त्रिदिवसीय अधिवेशन छापर, लाडनूं में आयोजित हुआ। अधिवेशन का मंगल आगाज छापर में परमपूज्य आचार्यप्रवर के सान्निध्य में आर्षवाणी के साथ हुआ। राष्ट्रीय अध्यक्ष नीलम सेठिया ने कहा कि गुरुदेव ऐसी ऊर्जा प्रदान करवाएँ कि अधिवेशन में समागत प्रत्येक महिला संघ के प्रति समर्पित हो। आचार्यप्रवर ने अमृत पाथेय प्रदान करते हुए कहा कि संस्था का आध्यात्मिक व बौद्धिक विकास होता रहे। संस्था का उन्नयन व महिलाओं का निरंतर विकास होता रहे।
लाडनूं में जैन विश्व भारती प्रांगण में मध्याह्न लगभग 1 बजे लाडनूं महिला मंडल के मंगल संगान के साथ अधिवेशन का प्रारंभ हुआ। राष्ट्रीय अध्यक्ष नीलम सेठिया ने क्षेत्रों से समागत शाखा मंडलों का स्वागत करते हुए उनके द्वारा किए कार्यों की सराहना की एवं सभी शाखाओं का अभिनंदन किया। समणी कुसुमप्रज्ञा जी ने प्रेरक उद्बोधन प्रदान किया। कार्यक्रम के अंतर्गत शाखा मंडलों ने विभिन्न योजनाओं पर अपनी सुंदर प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का संचालन सहमंत्री नीतू ओस्तवाल ने किया।
प्रथम दिवस के द्वितीय सत्र ‘परचम जागृति का’ के अंतर्गत समसामयिक विषयों पर चर्चा की गई। मुख्य विषयों पर अधोलिखित सदस्यों ने अपनी प्रस्तुति दी।
Late Marriage- सुनीता जैन
Disregard to Elders- रा0का0स0 रमण पटावरी
Why Addiction is a Fascination- रा0का0स0 नीतू पटावरी
Pre-Wedding Shoot- सुमन नाहटा
उपरोक्त विषयों पर चर्चा सहित समाधान प्रस्तुत किए गए। रा0का0स0 ज्योति जैन ने कार्यक्रम का संचालन किया।
‘परचम प्रगति का’: रात्रिकालीन सत्र का शुभारंभ मुंबई महिला मंडल द्वारा मंगलाचरण से हुआ। महामंत्री मधु देरासरिया ने प्रगति का प्रतिबिंब प्रस्तुत करते हुए शाखा मंडलों के कर्तृत्व की सराहना की एवं वर्ष भर शाखाओं द्वारा कृत कार्य का ब्योरा प्रस्तुत किया। पुरानी ढालों के पुनरावर्तन की एक झलक प्रस्तुत करते हुए बहनों ने ढाल का संगान किया। रा0का0स0 तरुणा बोहरा एवं डॉ0 वंदना बरड़िया ने रोचक ढंग से अभातेममं की भावी योजनाएँ जैसे-अंकुरम्, उम्मीद (निर्माण प्रोजेक्ट), सामर्थ्य (Part Two), कला अभ्युदय योजना, तालमेल, Lifestyle without Cruelty पुरानी ढालों का पुनरावर्तन, काव्यशाला आदि योजनाओं की रूपरेखा प्रस्तुत की। C2 Show - Correct Connexion नामक आध्यात्मिक गीतों पर संगीतमय खेल खिलाया गया। सत्र का संचालन सहमंत्री निधि सेखानी ने किया।
अधिवेशन का द्वितीय दिवस
द्वितीय दिवस का प्रथम सत्र ‘परचम गुरु भक्ति का’: इस सत्र का आयोजन परमपूज्य गुरुदेव के सान्निध्य में हुआ। राष्ट्रीय अध्यक्ष नीलम सेठिया ने शाखा मंडलों के पुरुषार्थ को अभिव्यक्त करते हुए पूज्यप्रवर से उनमें ऊर्जा संप्रेषित करने का अनुग्रह किया। महामंत्री मधु देरासरिया ने गुरु अनुकंपा की अनुमोदना करते हुए श्रीचरणों में प्रतिवेदन निवेदित किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष, महामंत्री व चीफ ट्रस्टी ने प्रतिवेदन की प्रति गुरुचरणों में समर्पित की।
अभातेममं द्वारा डॉ0 माणक बाई कोठारी को ‘श्राविका गौरव’ अलंकरण से सम्मानित किया गया। अभिनंदन पत्र का वाचन रा0का0स0 सुमन नाहटा ने किया। तेरापंथ समाज की प्रतिभावान महिला व कन्या को प्रदत्त ‘सीतादेवी सरावगी प्रतिभा पुरस्कार’ से डॉ0 मोनिका जैन एवं ऐश्वर्या नाहटा को सम्मानित किया गया। प्रशस्ति पत्र का वाचन रा0का0स0 सुनीता जैन व वीणा बैद ने किया।
‘श्राविका गौरव’ डॉ0 माणकबाई कोठारी व ‘प्रतिभा पुरस्कार’ से सम्मानित डॉ0 मोनिका जैन एवं ऐश्वर्या नाहटा ने गुरुचरणों में अपनी भावाभिव्यक्ति प्रस्तुत की। साध्वीप्रमुखाश्री विश्रुतविभा जी ने प्रेरणा प्रदान करते हुए कहा कि अभातेममं तेरापंथ धर्मसंघ का सशक्त संगठन है। संघ में सेवा के लिए सदैव मंडल तत्पर रहा है। परमाराध्य आचार्यप्रवर ने अमृत देशना प्रदान करते हुए कहा कि अभातेममं एक धार्मिक व सामाजिक संगठन है। एक अच्छा संगठन आभाषित हो रहा है। बहनें उपासिका, प्रशिक्षिका, तत्त्वज्ञान व तेरापंथ दर्शन के क्षेत्र में बहुत विकास कर रही है एवं संघ को अपनी सेवाएँ प्रदान कर रही है। संस्था खूब धार्मिक, ज्ञान व शिक्षा के क्षेत्र में विकास करती रहे। सत्र का संचालन महामंत्री मधु देरासरिया ने किया।
राष्ट्रीय अधिवेशन का पंचम सत्र ‘परचम उपासना का’ छापर महिला मंडल के मंगल संगान के साथ प्रारंभ हुआ। साध्वीवर्या सम्बुद्धयशा जी ने कहा कि हर व्यक्ति के भीतर शक्ति का अनंत स्रोत है। आवश्यकता है उसे जागृत करने की। सोई शक्ति को जगाने का माध्यम हैµस्वाध्याय, ध्यान, संयम और सुमंगल साधना का अभ्यास।
साध्वीप्रमुखाश्री विश्रुतविभा जी ने कहा कि हमारी जीवनशैली संस्कार प्रधान बननी चाहिए। सादगी प्रधान जीवनशैली हमारे आभामंडल को तेजस्वी बनाने में सहायक होती है। प्रत्येक महिला प्रफुल्लता, प्रसन्नता के साथ आगे बढ़कर संस्था को विकास की ऊँचाइयों तक ले जाएँ, यही मंगलकामना। परमाराध्य आचार्यप्रवर ने बहनों की जिज्ञासाओं को अपनी अमृत वाणी में समाहित किया। कृतज्ञता के भाव समर्पित किए वरिष्ठ उपाध्यक्ष सरिता डागा ने व कार्यक्रम का संचालन किया रा0का0स0 अदिति सेखानी ने।
अभातेममं का 47वाँ राष्ट्रीय महिला अधिवेशन का साधारण सदन
साधारण सदन का शुभारंभ गुवाहाटी महिला मंडल के मंगल संगान से हुआ। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने समागत सभी बहनों का स्वागत किया। महामंत्री ने गत मिनिट्स का वाचन किया, जिसे सदन ने सहर्ष पारित किया। कोषाध्यक्ष रंजू लुणिया ने आय-व्यय का विवरण प्रस्तुत किया, जिसे सदन द्वारा पारित किया गया। महामंत्री मधु देरासरिया ने प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया, जिसे सदन ने ‘¬ अर्हम्’ की ध्वनि से पारित किया।
राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा दो नए ट्रस्टी बिमला दुगड़ एवं ज्योति जैन के नामों की घोषणा की गई। चीफ ट्रस्टी पुष्पा बैंगानी व ट्रस्टी कनक बरमेचा ने संशोधित संविधान को सदन के समक्ष प्रस्तुत किया, जिसे सदन ने पारित किया। आभार ज्ञापन नवनिर्वाचित ट्रस्टी बिमल दुगड़ ने किया एवं सत्र का संचालन उपाध्यक्ष विजयलक्ष्मी भूरा ने किया।
अधिवेशन का तृतीय दिवस
अधिवेशन के तृतीय दिवस को प्रातःकालीन सत्र ‘परचम ऊर्जा का’ जैन विश्व भारती परिसर स्थित आचार्य तुलसी स्मारक पर आयोजित हुआ। अभातेममं की संपूर्ण टीम एवं अधिवेशन में समागत समस्त बहनों ने स्मारक में सामायिक एवं जाप किया। लगभग सवा घंटे के इस उपक्रम में पैंसठिया छंद, श्रावक संबोध, जप व गीतिका का समवेत स्वरों में संगान किया गया। कार्यक्रम का संचालन रा0का0स0 मंजु भूतोड़िया ने किया।
अंतिम सत्र ‘परचम सफलता का’ का शुभारंभ लूणकरणसर महिला मंडल की सुमधुर गीतिका संगान के साथ हुआ। राष्ट्रीय अध्यक्ष नीलम सेठिया ने Mile Stone to success के अंतर्गत शाखा मंडलों को सफलता के सूत्र बताए। शाखा मंडलों के कर्तृत्व का मूल्यांकन करते हुए प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिह्न प्रदान कर उनका उत्साहवर्धन किया गया। पारितोषिक वितरण सत्र का संचालन रा0का0स0 जयश्री जोगड़ व रचना हिरण ने किया। महामंत्री मधु देरासरिया ने सभी के कर्तृत्वों की व्याख्या की व संपूर्ण सत्र का संचालन रा0का0स0 ललिता धारीवाल ने किया।