महिला मंडल द्वारा प्रतिक्रम कार्यशाला के आयोजन
टोहाना
अभातेममं के निर्देशानुसार तेममं द्वारा शासनश्री साध्वी बसंतप्रभा जी के सान्निध्य में प्रतिक्रमण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का मंगलाचरण तेममं की मंत्री प्रमिला जैन तथा संगठन मंत्री अंजु जैन ने जागृति गीत के संगान से किया। तेममं अध्यक्षा उषा जैन ने प्रतिक्रमण कार्यशाला की संक्षिप्त जानकारी दी।
साध्वी कल्पमाला जी ने कहा कि प्रतिक्रमण का अर्थ है आत्मा में वापस लौटना। उन्होंने कहा कि पर्युषण के अवसर पर प्रतिक्रमण का बहुत बड़ा महत्त्व है तथा यह जाने-अनजाने किए गए पापों का आत्मा द्वारा किया गया प्रायश्चित है।
साध्वी संकल्पश्री जी ने कहा कि जिस प्रकार स्नान से शरीर स्वच्छ व स्वस्थ होता है उसी प्रकार प्रतिक्रमण से आत्मा स्वच्छ व स्वस्थ बनकर मोक्षगामी होती है। प्रतिक्रमण आत्मा का स्नान या आत्मनिरीक्षण है।
साध्वी बसंतप्रभा जी ने कहा कि प्रतिक्रमण आत्मा को निर्मल बनाने का साबुन है। प्रतिक्रमण करने से कर्मों की निर्जरा होती है। महिला मंडल द्वारा साध्वीवृंद का आभार व्यक्त किया गया। इस अवसर पर प्रतिक्रमण पर एक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें प्रथम स्थान तेममं अध्यक्षा उषा जैन तथा अनीता जैन ने प्राप्त किया।