आत्म उत्थान का अनुपम अनुष्ठान है-सामायिक
कोटा
साध्वी अणिमाश्री जी के सान्निध्य में तेयुप के तत्त्वावधान में सामायिक दिवस पर अभिनव सामायिक का गरिमामय कार्यक्रम आयोजित हुआ। साध्वी अणिमाश्रीजी ने कहा कि अभिनव सामायिक का उपक्रम समता की साधना का बीजारोपण है। आत्मिक उत्थान का अनुपम अनुष्ठान है- सामायिक/सामायिक श्रावक के लिए साधु-जीवन के रसास्वादन का सारभूत विधान है। चित्तभूमि में समता के अवतरण की पृष्ठभूमि है- सामायिक।
साध्वी अणिमाश्री जी ने कहा कि आत्मा में समता का अवतरण होना ही सामायिक है। सामायिक आत्मा के आनंद का अनुष्ठान है। सामायिक आत्मा के भीतरी उल्लास की अनुभूति सशक्त सोपान साध्वी मैत्रीप्रभा जी ने संचालन किया। साध्वी समत्वयशाजी ने उद्गार व्यक्त किए। अणुव्रत समिति के पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने मंगल संगान कर कार्यक्रम को मंगलमय बनाया। तेयुप अध्यक्ष आनंद दुगड़ ने आभार व्यक्त किया। साध्वी समत्वयशाजी ने अभिनव सामायिक का प्रयोग करवाया।