ज्ञानशाला दिवस के विविध आयोजन

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ज्ञानशाला दिवस के विविध आयोजन

कटक
मुनि जिनेश कुमार जी के सान्निध्य में ज्ञानशाला दिवस कार्यक्रम का आयोजन तेरापंथी सभा द्वारा तेरापंथ भवन में आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुनि जिनेश कुमार जी ने कहा कि संस्कार जीवन निर्माण की प्रयोगशाला, संस्कार जीवन की अनमोल संपदा है। संस्कार हमारा सुरक्षा कवच है। संस्कार हमारी थाती है, संस्कार हमारे जीवन की धरोहर हैं। संस्कारों के जागरण से व्यक्ति आत्मोदय, सर्वोदय, पुण्योदय को प्राप्त होता है। व्यक्ति के विकास में पूर्वभव, माता-पिता, गुरुजनों एवं मित्रों के संस्कार योगभूत बनते हैं। संस्कार से व्यक्ति सभ्यता एवं संस्कृति से परिचित होता है।
बाल मुनि कुणाल कुमार जी के मंगलाचरण से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। ज्ञानशाला प्रशिक्षिकाओं ने ज्ञानशाला प्रेरणा गीत प्रस्तुत किया। ज्ञानशाला के बच्चों ने लघु नाटिका व छोटे-छोटे बच्चों ने रोचक प्रस्तुति दी। तेरापंथी सभा के अध्यक्ष मोहनलाल सिंघी, वरिष्ठ श्रावक मंगलचंद चोपड़ा, मुख्य प्रशिक्षिका किरण बैंगाणी, पूर्व संयोजक पानमल नाहटा, संयोजक राकेश सिंघी, प्रताप सिंघी ने अपने विचार व्यक्त किए। मुस्कान सेठिया व लक्षिका बैद ने प्रशिक्षिकाओं का परिचय प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम का संचालन मुनि परमानंद जी ने किया। इस अवसर पर पूर्व संयोजक पानमल नाहटा, प्रशिक्षिकाएँ ज्योति दुधेड़िया, अंजु सेठिया, मोनिका सेठिया, वर्षा मरोठी, श्वेता चोपड़ा, उषा चोरड़िया का सभा द्वारा सम्मान किया गया। विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता बने ज्ञानार्थियों को भी पुरस्कृत किया गया। सम्मान/पुरस्कार कार्यक्रम का संचालन वर्षा मरोठी ने किया। इस अवसर पर अच्छी संख्या में उपस्थिति रही। कार्यक्रम से पूर्व ज्ञानशाला के बच्चों की रैली का आयोजन किया गया।