आचार्य कालूगणी महाप्रयाण दिवस के आयोजन
जसोल
शासनश्री साध्वी सत्यप्रभा जी के सान्निध्य में पुराना ओसवाल भवन में आचार्यश्री कालूगणी का 87वाँ निर्वाण दिवस मनाया गया। शासनश्री साध्वी सत्यप्रभा जी ने कहा कि तेरापंथ धर्मसंघ के अष्टम् अधिशास्ता आचार्यश्री कालूगणी का स्वर्गारोहण मेवाड़ के गंगापुर में 60 वर्ष की आयु में हो गया था। उन्होंने कहा कि दीक्षा के बाद तीन आचार्यों का आचार्यश्री मघवागणी, आचार्य माणकगणी, आचार्य डालगणी का सान्निध्य प्राप्त हुआ। आपके शासनकाल में तेरापंथी महासभा की स्थापना हुई।
साध्वी यशस्वीप्रभा जी ने कहा कि आपके शासनकाल में तेरापंथ का अपूर्व विकास हुआ। संस्कृत विद्या का विकास हुआ। साधु-साध्वियों की संस्था में वृद्धि हुई। साध्वीवृंद द्वारा सामूहिक गीतिका का संगान हुआ। कार्यक्रम में शंकरलाल ढेलड़िया, गौतमचंद सालेचा, डूंगरचंद सालेचा, माणकचंद संखलेचा, पुष्पादेवी बुरड़, जयश्री देवी भंसाली सहित प्रबुद्ध वक्ताओं ने अपने विचार रखे।