आत्मा को निर्मल करने का उपक्रम है सामायिक

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आत्मा को निर्मल करने का उपक्रम है सामायिक

अमराईवाड़ी-ओढ़व
अभातेयुप के निर्देशन में तेयुप द्वारा शासनश्री साध्वी सरस्वती जी के सान्निध्य में किया गया। परिषद अध्यक्ष हेमंत पगारिया ने भावों की अभिव्यक्ति दी। साध्वी नंदिताश्री जी ने कहा कि जैन धर्म में सामायिक का विशेष महत्त्व माना जाता है। सामायिक को समता की साधना और आत्मा को निर्मल करने का महत्त्वपूर्ण उपक्रम बताया गया है। साध्वी नंदिताश्री जी ने अभिनव सामायिक का प्रयोग करवाया। आभार ज्ञापन मंत्री हितेश चपलोत ने किया।