ज्ञानशाला दिवस का कार्यक्रम
राउरकेला।
ज्ञानशाला दिवस उपासकगण की उपस्थिति में मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत उपासक ने नमस्कार महामंत्र के उच्चारण से की। उसके बाद ज्ञानशाला गीत के द्वारा ज्ञानार्थी और प्रशिक्षिकाओं ने मंगलाचरण किया। बच्चों के द्वारा प्रस्तुतियाँ दीं। प्रशिक्षिकाओं द्वारा गीत की प्रस्तुति दी गई। सभी प्रशिक्षिकाओं ने बच्चों को एक सुनियोजित एवं व्यवस्थित तरीके से प्रस्तुति के लिए तैयार किया। बच्चों ने एल्फाबेट के माध्यम से जैन धर्म के नए-नए शब्द बताए।
प्रवक्ता उपासक पवन सेठिया ने बताया कि आचार्यश्री तुलसी की तीन प्रिय देन हैंµज्ञानशाला, जैन विद्या और उपासक श्रेणी। उपासक आदित्य कोठारी ने बच्चों की प्रस्तुति की सराहना की। ज्ञानशाला के पूर्व आंचलिक संयोजक रूपचंद बोथरा, सभा के अध्यक्ष छगनलाल जैन, सभा के पूर्व अध्यक्ष मांगीलाल बोथरा, महिला मंडल की अध्यक्षा सरोज गोलछा, तेयुप अध्यक्ष हितेश बोथरा ने अपने विचार व्यक्त किए। ज्ञानशाला की स्थानीय संयोजिका कनक बोथरा ने बच्चों का उत्साहवर्धन किया। कार्यक्रम का संयोजन ज्ञानशाला के पूर्व ज्ञानार्थी हर्षिता डागा ने किया और आभार ज्ञापन प्रशिक्षिका संपत भंसाली ने किया। इस अवसर पर सभी संस्थाओं के पदाधिकारियों सहित श्रावक समाज की उपस्थिति रही। कार्यक्रम के अंत में सभा द्वारा ज्ञानार्थी और प्रशिक्षिका को सम्मानित किया गया।