भिक्षु चरमोत्सव के विविध आयोजन
चेन्नई
मुनि सुधाकर कुमार जी, मुनि नरेश कुमार जी के सान्निध्य में तेयुप के तत्त्वावधान में भिक्षु स्मृति साधना का आयोजन हुआ। इस अनुष्ठान में लगभग 116 भाई-बहनों ने भाग लिया। आचार्य भिक्षु एक ऐसे महापुरुष थे जिन्होंने दुनिया को शुद्ध धर्म का प्रकाश दिया। वे सत्य के पुजारी थे। सत्य की प्राप्ति ही उनका चरमलक्ष्य था। अनेक विरोधी तूफानों को हँसते-हँसते झेला। आने वाली हर मुसीबत को गले लगाया। साध्वीश्री जी एवं मुनिश्री ने कहा कि तेयुप, चेन्नई हर वर्ष भिक्षु स्मृति साधना का आयोजन करती है, जिसमें 13 नियमों के साथ भाई-बहन ‘¬ भिक्षु’ सवा लाख का जाप करते हैं। तेयुप का अच्छा उपक्रम है। तेयुप अध्यक्ष विकास कोठारी ने अपने उद्गार व्यक्त किए। तेयुप की तरफ से सभी संभागियों का सम्मान अध्यक्ष विकास कोठारी, मंत्री संदीप मूथा, सभा अध्यक्ष उगमराज सांड एवं प्रायोजक संतोष कुमार, मुकेश, ललित, कमलेश रांका परिवार ने किया। कार्यक्रम का संचालन हरीश भंडारी ने किया।