पर्युषण महापर्व का आयोजन
सेनफ्रेंसिको, कैलिफोर्निया।
समणी सन्मतिप्रज्ञा जी और समणी जयंतप्रज्ञा जी ने वर्ष 2022 में Jain Center of Northern California (JCNC) में प्रवास किया और कैलिफोर्निया के श्रावकों को धर्म लाभ करने का सुअवसर प्रदान किया। अपने प्रवास के दौरान समणीजी ने विभिन्न श्रावक-श्राविकाओं के घरों व जेसीएनसी में कई गतिविधियों व प्रवचनों का आयोजन किया-
- पर्युषण की शुरुआत समणीजी द्वारा तैयार किए गए एक रचनात्मक पीपीटी और पर्युषण की तैयारी व पर्व मनाने के तरीके पर एक व्याख्यान के साथ की गई। इसमें रचनात्मक रूप से समझाया गया कि प्रतिदिन कौन-कौन से कार्य करने चाहिए और पर्युषण के प्रत्येक दिन का क्या महत्त्व है। एक ट्रेन-जिसके कोच के रूप में दैनिक गतिविधियों और 8 स्टेशनों के रूप में पर्युषण के 8 दिवस के उदाहरण से बताया गया। इसने समुदाय में जागरूकता पैदा की और सभी को पर्युषण के प्रति उत्साहित किया।
- जेसीएनसी में पर्युषण के दौरान श्रावकों को दैनिक सायंकालीन प्रतिक्रमण करवाया।
- पर्युषण के 8 दिनों के दौरान जेसीएनसी में दैनिक दो व्याख्यान शृंखला का आयोजन किया।
(1) आध्यात्मिक रोगों की पहचान और उपचार: जिसमें विभिन्न विषयों को शामिल किया गया-जैसे अध्यात्म क्या है? मैं कौन हूँ? दुःख कहाँ से आते हैं? चिंतन और अचिंतन। मन की सबसे बड़ी शक्ति अचिंतन है। तप और ध्यान, विचार शुद्धि, श्रद्धा, सम्यक् दर्शन, संवर और निर्जरा।
(2) अरिष्टनेमी भगवान का जीवन चरित।
- जेसीएनसी में पर्युषण के सभी 8 दिनों के दौरान बच्चों के लिए दैनिक विशेष सत्र भी लिया।
- तेरापंथ इतिहास और तेरापंथ प्रबोध पर विशेष रूप से तेरापंथी समुदाय के लिए एक व्याख्यान किया।
- युवाओं के लिए विशेष व्याख्यान और प्रश्नोत्तर सत्र लिया, इस सत्र ने युवा किशोरों और युवाओं के सवालों के जवाब दिए और उनकी जैन मान्यताओं को मजबूत करने में मदद की।
- विभिन्न घरों में अन्य व्याख्यानों के दौरान समणी जी ने कई विषयों को छुआ। श्रावकों के प्रश्नों और जिज्ञासाओं के समाधान भी किए। उन्होंने सबको शनिवार शाम 7-8 बजे साप्ताहिक सामायिक करने के लिए प्रोत्साहित किया।
- जूम कॉल पर भक्ति गीत के माध्यम से लॉस एंजिल्स समुदाय में एक अठाई तप की अनुमोदना की गई।
- पूरे कैलिफोर्निया का प्रतिनिधित्व करने वाले एक पंजीकृत संगठन को संगठित करने और बनाने के लिए तेरापंथ समुदाय को प्रोत्साहित किया।
- इस वर्ष भिक्षु स्वामी की तेरस को मनाने के लिए समुदाय को प्रोत्साहित किया, परिणामस्वरूप तेरस को 27 सदस्य मंदिर में एकत्र हुए और भक्ति गीत गाये, समणीजी ने सिंगापुर से जूम पर तेरापंथ के शुरुआती दिनों के दौरान भिक्षु स्वामी के जीवन और संघर्षों पर एक प्रवचन भी दिया।
- समणीजी के प्रोत्साहन और आशीर्वाद से 5 से 12 साल के छोटे बच्चों के लिए जीवन-विज्ञान और प्रेक्षाध्यान पाठ्यक्रम शुरू किया गया।
- समणीजी ने समुदाय के सदस्यों को अगले साल जैन विद्या परीक्षा लेने के लिए प्रोत्साहित किया।
पर्युषण से पहले 6-7 अगस्त को जेसीएनसी की एनिवर्सिरी कार्यक्रम के उपलक्ष्य में आयोजित Interfaith religious conference, में समणीजी ने भाग लिया, जिसमें ईसाई, इस्लाम, सिक्ख, हिंदू धर्म और यहूदी धर्म के स्थानीय धार्मिक नेताओं के साथ धार्मिक चर्चा की। चर्चा का विषय था-‘क्या धर्म एक जीवित घटना है?’ कार्यक्रम सुंदर और प्रभारी रहा।
पर्युषण के दौरान व्याख्यान सत्र जूम पर ऑनलाइन स्ट्रीम किए गए। जूम के परिणामस्वरूप LosAngeles से कई श्रावक-श्राविका व्याख्यान व दैनिक प्रतिक्रमण में शामिल हो सके। अपनी यात्रा के दौरान समणीजी ने 100 से अधिक तेरापंथी लोगों की सार-संभाल की।