भिक्षु चरमोत्सव के विविध आयोजन
राजाराजेश्वरी नगर
शासनश्री साध्वी शिवमाला जी के सान्निध्य में आचार्य भिक्षु महाप्रयाण दिवस का आयोजन किया गया। साध्वीश्री जी ने आचार्य भिक्षु की निर्भीकता, आचार-शुद्धि एवं भगवान महावीर के वचनों के प्रति अगाढ़ श्रद्धा का उल्लेख किया। साध्वी अमितरेखा जी ने आचार्य भिक्षु की विलक्षण प्रतिभा का उल्लेख करते हुए उनके अंतिम दिनों का विवरण बताया कि किस तरह उनकी अंतर्प्रज्ञा जाग्रत थी। वे शास्त्रों के स्वाध्याय में उपरत रहते थे। साध्वी अर्हमप्रभा जी ने, साध्वी रत्नप्रभा जी ने गीतिकाओं के माध्यम से अभिवंदना के स्वर प्रस्तुत किए।
कार्यक्रम में रेखा मरोठी ने 16 की तपस्या के प्रत्याख्यान किए। साध्वीश्री जी ने तप की अनुमोदना करते हुए कहा कि तेले से क्रमशः बढ़ते हुए 16 तक सहज भाव से बढ़ती गई। सभाध्यक्ष छतरसिंह सेठिया, तेममं अध्यक्षा लता बाफना, तेयुप अध्यक्ष कौशल लोढ़ा ने भाव व्यक्त किए। दिनेश मरोठी, प्रज्ञा मरोठी ने तप अनुमोदना में भाव व्यक्त किए। तप-अभिनंदन पत्र से तपसन रेखा मरोठी को सम्मानित किया गया। संचालन गुलाब बांठिया ने किया।