पर्युषण महापर्व का आयोजन
शिवकाशी।
पर्युषण पर्व धर्म आराधना कराने हेतु तीन उपासिका बहनें संतोष, विमला एवं सरोज बाई पधारी। उन्होंने सातों दिन का महत्त्व बताया एवं गुरुओं की आगमवाणी कथाओं के माध्यम से बताई। सुबह व शाम दोनों समय प्रवचन चला। शाम को सभी बहनें सामूहिक प्रतिक्रमण करती, दोपहर में कायोत्सर्ग और प्रेक्षाध्यान का क्रम चला। 2 दस प्रत्याख्यान हुए। जप दिवस के उपलक्ष्य में अखंड जप चला। अभिनव सामायिक एवं नाटक ने हवा में धर्म घोल दिया। परिवार में कैसे रहें, मौन व बोलने के बीच का रास्ता हैµवाणी संयम। ऐसी कई सामान्य जीवन में उपयोग आने वाली बातें बताई। प्रत्येक आचार्य की जीवनी सुनाई। हमें हमेशा पॉजिटिव रहना चाहिए, इसके लिए खास मंत्र दिए। क्षमापना दिवस का कार्यक्रम अच्छे से संपन्न हुआ। सभी ने आपस में और पधारी बहनों से खमतखामणा की। महिला मंडल ने उपासिका बहनों का आभार व्यक्त किया। दिव्या आंचलिया ने सातों दिन कार्यक्रम का संचालन किया।