मासखमण तप अभिनंदन के कार्यक्रम
कांदिवली
हेमलता धाकड़ सुपुत्री भावना-अमृत धाकड़ ने 28 वर्ष की उम्र में मासखमण तप कर सबको चमत्कृत किया है। साध्वी निर्वाणश्री जी ने तेरापंथ भवन, कांदिवली में मासखमण तप का प्रत्याख्यान करवाते हुए उद्गार व्यक्त किए। साध्वी डॉ0 योगक्षेमप्रभा जी ने कहा कि प्रलंबित तप के लिए सर्वाधिक अपेक्षित है आत्मबल एवं दृढ़-संकल्प। यह ऐसे घटक हैं, जिनके सहारे शरीर से दुर्बल व्यक्ति भी नई ऊँचाई को छू सकता है। इस अवसर पर श्री तुलसी महाप्रज्ञ फाउंडेशन तथा तेरापंथी सभा, कांदिवली एवं मलाड़ की ओर से तपस्विनी का वर्धापन करते हुए साहित्य एवं दुपट्टा उपहार स्वरूप भेंट किया गया। अभिनंदन पत्र का वाचन मलाड़ सभा के मंत्री हस्तीमल भंडारी ने किया। फाउंडेशन के मंत्री मनीष कोठारी ने शुभकामनाएँ दी।
साध्वीवृंद द्वारा गीत की प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम का शुभारंभ कांदिवली महिला मंडल की बहनों के गीत से हुआ। मुंबई महिला मंडल की अध्यक्ष रचना हिरण ने अपने भावों की अभिव्यक्ति दी। शिशोदा के धाकड़ परिवार की ओर से जमुना धाकड़ ने परिवार के गौरव को बढ़ाने के लिए साधुवाद दिया। स्थानीय सभा के अध्यक्ष पारस दुगड़, प्रकाश धाकड़, नीतू नाहटा, नूतन लोढ़ा आदि ने वर्धापना की। वरिष्ठ श्रावक कस्तूरचंद डूंगरवाल एवं जमुना धाकड़ तप का संकल्प स्वीकार कर अनुमोदना की। धन्यवाद ज्ञापन अशोक हिरण ने किया। मंच संचालन साध्वी डॉ0 योगक्षेमप्रभा जी ने किया।