विद्यार्थी शिक्षक सम्मेलन का आयोजन
छापर।
कालू-महाश्रमण समवसरण में अमेरिका प्रवास रतन मधुलिका बैद के सहयोग से विद्यार्थी शिक्षक सम्मेलन का आयोजन हुआ। अणुव्रत समिति के तत्त्वावधान में हुए कार्यक्रम में कस्बे के 3000 विद्यार्थियों व शिक्षकों ने भाग लिया। आचार्य महाश्रमण जी के सान्निध्य में हुए कार्यक्रम की अध्यक्षता अणुव्रत समिति अध्यक्ष प्रदीप सुराणा ने की। जबकि रतनगढ़ विधायक अभिनेष महर्षि मुख्य अतिथि व अणुव्रत समिति के संरक्षक भानुकुमार नाहटा, मगनसिंह दुधोड़िया व नानगराम तापड़िया विशिष्ट अतिथि थे।
कार्यक्रम की शुरुआत अणुव्रत महिला मंडल विंग की टीम ने गीतिका से की।
इस अवसर पर आचार्यश्री महाश्रमण जी ने कहा कि मनुष्य के जीवन में शिक्षा का बहुत बड़ा महत्त्व है। उन्होंने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य सिर्फ ज्ञान व अर्थ अर्जित करने का नहीं होना चाहिए। बल्कि शिक्षा का मूल उद्देश्य संस्कार निर्माण होना चाहिए। आचार्यश्री ने संस्कारयुक्त शिक्षा प्रणाली पर बल देते हुए कहा कि विद्यार्थियों में अहिंसा, नैतिकता, ईमानदारी, सद्भावना व नशामुक्ति के भाव विकसित करने चाहिए। मुनि योगेश कुमार जी ने ‘महान पुरुष कैसे बनें’ विषय पर प्रेरणा दी। अणुव्रत प्रभारी मुनि मनन कुमार जी ने देश की भावी पीढ़ी को सुदृढ़ बनाने के लिए शिक्षकों को सकारात्मक भूमिका निभाने की प्रेरणा दी। सम्मेलन को राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक चैनरूप दायमा व समिति के पूर्व अध्यक्ष रेखाराम गौदारा ने भी संबोधित किया।
समिति अध्यक्ष सुराणा ने आचार्यप्रवर के प्रति अभिवंदना जताई तथा अतिथियों का आभार ज्ञापन किया। इस अवसर पर समिति के मदनलाल गोयल, बजरंग शर्मा, करमचंद नाई, विनोद नाहटा, शंकर सारस्वत, राकेश ढेनवाल, मंगेजाराम, बनवारी रतावा, शुभकरण प्रजापत, महिला विंग की सरोज भंसाली, कंचन मालू, शोभा डोसी, सपना बैद, सुमन भूतोड़िया, सज्जन दुधोड़िया, सुमन नाहटा व सरोज नाहटा सहित करीब एक दर्जन स्कूलों के विद्यार्थी व शिक्षक उपस्थित थे।