‘भक्तांमर से असाध्य रोग का इलाज’ कार्यशाला का आयोजन
विजयनगर।
मुनि रश्मि कुमार जी, मुनि प्रियांशु कुमार जी के सान्निध्य में तेरापंथी सभा के तत्त्वावधान में भक्तांमर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मुनिश्री के उद्बोधन से हुई। मुनि रश्मि कुमार जी ने कहा कि भक्तामंर से हमें कई तरह के लाभ मिल सकते हैं, इनकी साधना शक्ति को जागृत कर एक-एक श्लोक से कई असाध्य बीमारी को दूर किया जा सकता है।
मुनि प्रियांशु कुमार जी ने कहा कि आचार्य मानतुंग ने प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभ देव की अनमोल स्मृतियों का 48 गाथाओं का संस्कृत श्लोक में निर्माण किया जो आज के युग में अपने शारीरिक, मानसिक इलाज कर सकते हैं। सभा अध्यक्ष प्रकाश गांधी एवं मंजु गादिया ने नागपुर, महाराष्ट्र से पधारे डॉ0 मंजु जैन एवं उनके साथ बैंगलुरु से पधारे राजकुमार जैन, सहारा बोरा एवं अन्य साथीगण का स्वागत किया। कार्यक्रम के मुख्य प्रायोजक फतेहलाल उज्ज्वल कुमार सियाल परिवार, दिवेर के प्रति आभार प्रकट किया।
कार्यक्रम के अंत में मुनि रश्मि कुमार जी ने कहा कि सभा के प्रयत्न एवं महिला मंडल के सहयोग से कार्यक्रम सफलतम रहा। कार्यक्रम में सभा उपाध्यक्ष सुरेश मांडोत, विनोद पारख, मनोहर बोहरा, सहमंत्री लाभेश कांसवा सहित अनेक पदाधिकारीगण एवं सदस्यों की उपस्थिति रही। कार्यक्रम का संचालन निवर्तमान अध्यक्ष राजेश चावत ने किया।