पच्चीस बोल प्रतियोगिता का आयोजन
कानपुर।
साध्वी डॉ0 पीयूषप्रभा जी के सान्निध्य में 25 बोल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ साध्वीश्री के महामंत्रोच्चार से हुआ। साध्वी डॉ0 पीयूषप्रभा जी ने कहा कि जैन धर्म एक वैज्ञानिक धर्म है और इस धर्म को समझने का प्रवेश द्वार 25 बोल होता है। साध्वीश्री जी ने बच्चों द्वारा तत्त्वज्ञान के प्रति श्रद्धा एवं उसे सीखने की ललक की सराहना करते हुए सभी को 25 बोल सीखने का आह्वान किया।
साध्वी दीप्तियशा जी ने रोचक ढंग से 25 बोल से संबंधित जानकारी दी तथा प्रतियोगिता कराई। प्रतियोगिता को कई सेक्शन में विभाजित करके प्रश्न पूछे तथा सभा में प्रतियोगियों के अतिरिक्त श्रोताओं से भी प्रश्न पूछे गए। प्रतियोगिता में कानपुर तेरापंथी सभा की ओर से प्रतियोगियों को पुरस्कार वितरित किए गए। प्रथम स्थान पर हिमांशु गिड़िया और लक्ष्य जम्मड़ रहे। द्वितीय स्थान पर प्रियंका भूतोड़िया और रिद्धिमा सुराणा रही। तृतीय स्थान पर राजू सुराणा और विनीता सेठिया रही। दिल्ली और कोलकाता से साध्वीश्री जी के दर्शनार्थ आए हुए श्रावकों ने भी प्रतियोगिता में भाग लिया।