अवबोध

स्वाध्याय

अवबोध

धर्म बोध
शील धर्म

प्रश्न 16 : क्या बिना किसी संभोग के गर्भ रह सकता है?
उत्तर : शिशु की उत्पत्ति के लिए पुरुष व स्त्री दोनों का संयोग अपेक्षित रहता है। केवल पुरुष के ‘वीर्य’ या स्त्री के ‘रज’ से शिशु की उत्पत्ति नहीं होती, अपितु दोनों के सम्मिश्रण से होती है। पुरुष के वीर्य व स्त्री के रज का बिना संयोग के भी यदि गर्भ में सम्मिश्रण हो जाता है तो उससे भी शिशु की उत्पत्ति हो सकती है, जैसे-परखनली शिशु। बिना किसी संयोग के गर्भ तो नहीं रहता, पर गर्भ जैसा मांसपिंड गर्भाशय में बढ़ सकता है। गर्भ की भाँति इसमें भी ‘मासिक’ रुक जाता है, किंतु उसमें पंचेन्द्रिय जीव उत्पन्न नहीं होता।

प्रश्न 17 : ब्रह्मचर्य का पालन कौन सा भाव, कौन सी आत्मा?
उत्तर : केवल ब्रह्मचर्य का पालन भाव दो-क्षायोपशमिक, पारिणामिक; आत्मा-योग त्यागयुक्त ब्रह्मचर्य का पालन भाव-चार-उदय को छोड़कर आत्मा एक-योग व चारित्र (देश चारित्र)।

(क्रमश:)