आत्मशक्ति को बढ़ाने के लिए करें आध्यात्मिक अनुष्ठान
नवरात्रि आध्यात्मिक अनुष्ठान के आयोजन
फरीदाबाद
साध्वी डॉ0 शुभप्रभा जी के सान्निध्य में नवाह्निक आध्यात्मिक अनुष्ठान आयोजित किया गया। साध्वी शुभप्रभा जी ने कहा कि शक्ति सब व्यक्तियों को चाहिए। शक्तिरूपी देवी है उसे सभी मानते हैं। शाक्त परंपरा में देवी की पूजा होती है, सनातन परंपरा में देवी ने महिसासुर का वध किया। राम विजयोल्लास के रूप में इसे मनाते हैं। परमपूज्य गुरुदेवश्री तुलसी व आचार्यश्री महाप्रज्ञ द्वारा अनुष्ठान निर्धारित किया। आंतरिक शक्ति बढ़ाने के लिए तप, जप किया जाता है। यह शक्ति और भक्ति आराधना का उत्तम समय माना जाता है। साध्वीश्री जी ने नवाह्निक अनुष्ठान का आह्वान किया। साध्वी शुभप्रभा जी ने इन नव दिनों में जप के साथ-साथ नौ मंगलभावनाओं को व्याख्यायित किया। साध्वी कांतयशा जी ने प्रतिदिन 9 ग्रहों पर गीत का संगान किया। सामूहिक आयंबिल तप अनुष्ठान किया, जिसमें भाई-बहनों की अच्छी सहभागिता रही। शनिवार सामायिक के साथ चौबीस तीर्थंकरों पर आधारित प्रतियोगिता रखी गई। प्रथम स्थान प्रभा सेठिया, द्वितीय सुनीता नाहटा एवं चंदा दुगड़, तृतीय विजय नाहटा ने प्राप्त किया।