राष्ट्रीय कॉर्पोरेट सम्मेलन का आयोजन

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राष्ट्रीय कॉर्पोरेट सम्मेलन का आयोजन

हैदराबाद।
साध्वी त्रिशला कुमारी जी के सान्निध्य में टीपीएफ के तत्त्वावधान में ‘राष्ट्रीय कॉर्पोरेट सम्मेलन’ एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन तेरापंथ भवन में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ टीपीएफ सदस्यों द्वारा मंगलाचरण से हुआ। टीपीएफ फेमिना टीम द्वारा राष्ट्रीय टीम का स्वागत एक गीत के माध्यम से किया गया। साध्वी त्रिशला कुमारी जी ने कहा कि जिस गुब्बारे में हीलियम गैस भरी होती है वह ऊपर की ओर उठता है वैसे ही जिस व्यक्ति के भीतर अध्यात्म की गैस भरी होती है वह आकाश को छूने का जज्बा रखता है। अध्यात्म हमारे भीतर सहनशीलता, विनम्रता, पारस्परिक सहयोग, सुख और शांति का विकास करता है। सहनशीलता, विनम्रता आदि को हम पैसे से नहीं खरीद सकते हैं। अध्यात्म के पौधे पर ही यह फल लग सकते हैं। इसलिए जरूरी है कि अध्यात्म के साथ-साथ आत्मीयता का विकास हो, यही काम्य है।
साध्वी कल्पयशा जी ने कहा कि हमारे जीवन के दो पक्ष हैंµपहला है बौद्धिक पक्ष और दूसरा हैµआध्यात्मिक पक्ष। यदि हमारे ये दोनों पक्ष मजबूत हैं तो हम शीघ्र ही मंजिल को प्राप्त कर सकते हैं। आज के युग में बौद्धिकता के साथ-साथ अध्यात्म का समन्वय होना भी बहुत जरूरी है। साध्वी रश्मिप्रभा जी ने गीतिका के माध्यम से सभी टीपीएफ सदस्यों को संघ सेवा में लगे रहने की प्रेरणा दी। कार्यक्रम के शुरुआत में टीपीएफ के अध्यक्ष मोहित बैद ने सभी का स्वागत किया एवं टीपीएफ द्वारा पिछले एक वर्ष में किए गए कार्यक्रमों की जानकारी दी।
टीपीएफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष नवीन पारख ने अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में कहा कि टीपीएफ का काम नए प्रोफेशनल्स को जोड़ना है। जब तक जुड़ाव न हो, हम संघ के प्रति दायित्व-बोध नहीं जगा सकेंगे। इसका इस वर्ष का घोष हैµचमकना, संघ के फलक पर अपनी चमक बिखेरना। टीपीएफ के राष्ट्रीय महामंत्री हिम्मत मांडोत ने Shine के पाँचों अक्षरों की मीमांसा की। उन्होंने टीपीएफ की अनेक गतिविधियों का विवेचन किया। टीपीएफ साउथ जोन अध्यक्ष दिनेश धोखा ने अपने विचार व्यक्त किए।
तेयुप अध्यक्ष वीरेंद्र घोषल ने सभी स्थानीय संस्थाओं की ओर से टीपीएफ को शुभकामनाएँ प्रेषित की। टीपीएफ राष्ट्रीय सहमंत्री ऋषभ दुगड़, तेरापंथी सभा, सिकंदराबाद अध्यक्ष बाबूलाल बैद, मंत्री सुशील संचेती, महिला मंडल अध्यक्ष अनीता गिड़िया, अणुव्रत समिति अध्यक्ष प्रकाश भंडारी, टीपीएफ राष्ट्रीय प्रोजेक्ट चेयरमैन दीपक संचेती एवं नवीन सुराणा, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य कन्दर्प दुधोड़िया की उपस्थिति रही। प्रथम सत्र का संचालन टीपीएफ जोनल मंत्री रक्षिता बोहरा एवं टीपीएफ सहमंत्री अणुव्रत सुराणा ने किया।
कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में मुख्य अतिथि अंतर्राष्ट्रीय टेबल टेनिस खिलाड़ी नैना जायसवाल का वक्तव्य रहा। उन्होंने बताया कि कैसे 10 क्लास उन्होंने 8 वर्ष की उम्र में एवं 17 साल की उम्र में पीएच-डी की। उन्होंने कई मेमोरी टिप्स भी दिए। तत्पश्चात भाग्यनगर मेटल लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर देवेंद्र सुराणा का वक्तव्य रहा एवं उन्होंने लोकल तो ग्लोबल विषय पर जानकारी दी। द्वितीय सत्र का संचालन टीपीएफ जोनल सहमंत्री ऋषभ लुनिया ने किया।
कार्यक्रम के तृतीय सत्र में स्पीकर अरुण वेंकट राव के द्वारा स्टार्टअप बनाने के विषय में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किन चीजों को हमें ध्यान में रखकर किसी भी स्टार्टअप की शुरुआत करनी चाहिए। उन्होंने सात नियम समझाए। तत्पश्चात एक पैनल बहस रखी गई, जिसके मुख्य वक्ता थ्रीमार फाउंडर ऋषि खारे एवं एटी एवं टी के पूर्व राष्ट्रीय हेड उदय दिनत्याला थे। इस सत्र का संचालन पंकज संचेती ने किया।
तत्पश्चात एक नेटवर्किंग गेम का आयोजन किया गया एवं विजेता टीम को पुरस्कृत किया गया। इसका संचालन टीपीएफ सदस्य मोक्षा सुराणा एवं निधि जैन द्वारा किया गया। अंतिम सत्र में साध्वी त्रिशला कुमारी जी एवं कल्पयशा जी ने प्रेरणा पाथेय प्रदान किया।
कार्यक्रम के मुख्य संयोजक पंकज संचेती, ऋषभ लुनिया, पुनीत दुगड़ एवं टीपीएफ के कई सदस्यों की उपस्थिति रही। आभार ज्ञापन टीपीएफ मंत्री सुनील पगारिया ने किया।