‘जो चाहिए सो पाइए’ का आयोजन
कांटाबाजी।
मुनि प्रशांत कुमार जी के सान्निध्य में एवं मुनि कुमुद कुमार जी के निर्देशन में तेयुप द्वारा ‘जो चाहिए सो पाइए’ कार्यक्रम आयोजित हुआ। मुनि प्रशांत कुमार जी ने कहा कि जीवन में सम्यग् ज्ञान होना आवश्यक है। ज्ञान के अभाव में व्यक्ति अकरणीय कार्य अधिक करता है। ज्ञान चेतना से सही-गलत का विवेक जागृत होता है। ज्ञान के साथ विवेक का योग मणि कांचन की तरह होता है। व्यक्ति भौतिक विकास के साथ-साथ आध्यात्मिक विकास की तरफ भी गतिशील बने। आत्मविकास का लक्ष्य सतत क्रियाशील होने से भीतर की चेतना जागृत होती है। जीवन में कैसी भी परिस्थिति आए व्यक्ति उनसे सामना करने का अभ्यास करे।
मुनि कुमुद कुमार जी ने कहा कि मैं सबके प्रति मंगलकामना करता हूँ कि आप सभी ने ज्ञान प्राप्ति की दिशा में स्वयं को नियोजित किया। ज्ञान विकास के ऐसे कार्यक्रम समय-समय पर होने से चेतना का रूपांतरण होता है। मीडिया प्रभारी अविनाश जैन ने बताया कि मुनि कुमुद कुमार जी के निर्देशन में आयोजित कार्यक्रम को संचालित करते हुए मुनिश्री ने सहभागियों से विभिन्न विषयों में सवाल-जवाब किए। तेयुप के उपाध्यक्ष दीपक जैन ने समण, श्रमण एवं आचार्य वर्ग से ज्ञानवर्धक प्रश्नों के द्वारा अर्जित ज्ञान का साक्षात्कार लिया। तेयुप सहमंत्री मनीष जैन ने विषय प्रस्तुति दी। समय पालक की भूमिका गौरव विमल जैन ने पूर्ण की। तेयुप के सदस्यों के मंगलाचरण से कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। आभार ज्ञापन यश जैन ने किया।