‘आपकी अदालत’ नाटक का मंचन
पीलीबंगा।
साध्वी रचनाश्री जी के सान्निध्य में तेममं और कन्या मंडल ने साध्वी रचनाश्री जी एवं सुमन नाहटा द्वारा बनाया गया समाज की ज्वलंत समस्या तलाक पर आधारित ‘आपकी अदालत’ नाटक का मंचन किया गया। इस अवसर पर साध्वीश्री जी ने कहा कि ‘जीवन में कम खाना, गम जाना और नम जाना’ इन तीन सूत्रों को अपनाया जाए तो जीवन में शांति रह सकती है। कथा के माध्यम से बताया कि अगर नमना सीख लें और दृष्टिकोण बदल जाए तो एक नरक तुल्य ससुराल यमराज तुल्य बना पति भी देवलोक के समान ससुराल और पति देवता के समान हो जाते हैं। साध्वीश्री जी ने कहा कि परिवार में एक-दूसरे के साथ सामंजस्य बनाए रखने का प्रयास करना चाहिए।
साध्वी गीतार्थप्रभा जी ने उपस्थित जज के सामने दूसरे केस की दलीलें कविता के माध्यम से पेश की। इस कार्यक्रम के प्रायोजक ओम प्रकाश नौलखा और जयप्रकाश नौलखा ने नाटक की प्रस्तुतिकर्ताओं और नाटक का संयोजन तेममं की मंत्री हेमलता डाकलिया को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम का संचालन मधु बोथरा ने किया। महिला मंडल की अध्यक्ष ने अपने विचार व्यक्त किए।