पंच परमेष्ठी रक्षा कवच का अनुष्ठान
माधावरम्, चेन्नई।
मुनि सुधाकर कुमार जी के सान्निध्य में तेरापंथ माधावरम् ट्रस्ट के तत्त्वावधान में प्रबल पंच परमेष्ठी रक्षा कवच का अनुष्ठान आयोजित हुआ। जिसमें सैकड़ों लोगों ने भाग लिया।
मुनिश्री ने कहा कि पंच परमेष्ठी मंत्र ही नहीं महामंत्र है। इसे जैन शासन में मंत्राधिराज के रूप में प्रतिष्ठित किया गया है। लगभग डेढ़ हजार वर्षों की अवधि से पहले इस महामंत्र की विपुल साहित्य की रचना हुई है।
मुनिश्री ने आगे कहा कि नमस्कार महामंत्र आधि, व्याधि एवं उपाधि से मुक्ति प्रदान कर हमें समाधि प्रदान करता है। यह महामंत्र शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक एवं आध्यात्मिक आरोग्य का पोषण करता है। भारतीय प्रशासनिक अधिकारी एवं तमिलनाडु राज्यपाल के निजी सचिव आनंद पाटील ने परिवार सहित जैन तेरापंथ नगर स्थित तेरापंथ भवन में मुनि सुधाकर कुमार जी एवं मुनि नरेश कुमार जी के दर्शन किए। आनंद पाटिल का सम्मान माधावरम् ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी घीसूलाल बोहरा, अशोक परमार, सुरेश रांका, संतोष परमार, प्रवीण सुराणा, अरुण परमार एवं विनीत बैद ने किया।