ज्ञानशाला के विविध आयोजन
भुवनेश्वर
ज्ञानशाला का ‘वार्षिक उत्सव’ मुनि डॉ0 ज्ञानेंद्र जी के सान्निध्य में मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुनिश्री द्वारा नमस्कार महामंत्र से किया गया। मंगलाचरण ज्ञानशाला प्रशिक्षिका द्वारा तुलसी अष्टकम के माध्यम से किया। ज्ञानशाला संयोजिका नयनतारा सुखाणी ने सभी का स्वागत किया। बच्चों को ज्ञानशाला भेजें, इस पर सभी अभिभावकों को प्रेरणा दी। मुनि पदम कुमार जी द्वारा बच्चों को ज्ञानशाला भेजने के लिए व उन्हें संस्कारी बनाने के लिए कुछ ज्ञानवर्धक बातें बताई।
सभा अध्यक्ष बच्छराज बेताला ने ज्ञानशाला में सेवा देने वाली प्रशिक्षिकाओं को साधुवाद दिया। मुनि डॉ0 विमलेश कुमार जी द्वारा बच्चों को संस्कार ज्ञान के बारे में बताया। ज्ञानशाला के बच्चों ने ‘बच्चों को भेजो ज्ञानशाला’ नाटक पर प्रस्तुति दी। ज्ञानशाला के भूतपूर्व सहयोगी जितेंद्र बैद ने ज्ञानशाला के बारे में कुछ जानकारी दी। ज्ञानशाला के छोटे बच्चों के द्वारा ‘हमारी प्यारी पाठशाला’ पर डांस किया गया। ज्ञानशाला की वरिष्ठ प्रशिक्षिका संपत देवी विनायक, अखिल भारतीय अणुव्रत क्रेविटी में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले बच्चों को तेयुप द्वारा सम्मानित किया गया। ज्ञानशाला के प्रशिक्षिकाओं को तेरापंथ सभा, भुवनेश्वर द्वारा सम्मानित किया गया। ज्ञानशाला के सभी बच्चों को सम्मानित किया गया।
रोशन पुगलिया द्वारा इस कार्यक्रम का पूरा संचालन किया गया। मुख्य प्रशिक्षिका संतोष सेठिया द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया। बच्चों को अनुशासन में रखने के लिए संतोष चोरड़िया ने सहयोग दिया। कार्यक्रम को सुचारु रूप चलाने में तेयुप द्वारा नियुक्त सहयोगी व प्रशिक्षिकाओं ने अपना पूरा योगदान दिया। मुनिप्रवर के मंगल पाठ के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।