
सेवाओं का मूल्यांकन होना चाहिए
मदनगंज-किशनगढ़।
दशहरा मेला कमेटी मदनगंज-किशनगढ़ द्वारा मालचंद सुराणा की सेवा के उत्कृष्ट कार्यों के लिए किशनगढ़ रत्न सम्मान से सम्मानित होना समाज के लिए गौरव का विषय है। मुनि चैतन्य कुमार ‘अमन’ ने कहा कि सेवाओं का मूल्यांकन होना चाहिए। मालचंद सुराणा एक सुश्रावक तथा सेवाभावी व्यक्तित्व के धनी हैं। प्रत्येक चातुर्मास में परम पूज्य गुरुदेव आचार्यश्री महाश्रमण जी की दो माह सेवा करते हैं तथा प्रतिवर्ष दो माह एकांतर तपस्या भी करते हैं।
किशनगढ़ में प्रवास करने वाले साधु-साध्वियों की भी तन-मन से सेवा करते हैं। न केवल तेरापंथ समाज अपितु सभी सभा-संस्थाओं को अपनी सेवाएँ देने का प्रयास करते हैं। इनकी आध्यात्मिकता के साथ अन्य क्षेत्रों में भी सेवा भावना का विकास हो तथा संघ व संघपति की समर्पित भाव से सेवा करते रहें। पूरे परिवार में सेवा के संस्कारों का सिंचन होता रहे, यही मंगलकामना है ।