भाषण प्रतियोगिता का आयोजन
कांटाबाजी।
मुनि प्रशांत कुमार जी के सान्निध्य, मुनि कुमुद कुमार जी के निर्देशन में तेयुप द्वारा भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। मुनि प्रशांत कुमार जी ने कहा कि सबने अच्छी प्रस्तुति दी, धर्मसंघ के अच्छे-अच्छे वक्ताओं ने भी प्रारंभ में इसी तरह प्रतियोगिता में हिस्सा लिया और अपनी प्रतिभा का विकास कर अच्छे वक्ता बन गए। प्रतियोगिताओं से भीतर का भय दूर होता है, स्वयं का आत्मविश्वास जागृत हो जाता है। नंबर की चिंता नहीं, अपनी बात कहना है, यह मनोभाव रहना चाहिए। बोलने का विकास होता है, ज्ञान का विकास होता है। नई-नई जानकारी प्राप्त होती है।
मुनि कुमुद कुमार जी ने कहा कि ज्ञान का, प्रतिभा का विकास आज कितने ही प्रतिभागियों में देखने को मिला। आज के समय में संस्कार की नितांत आवश्यकता है। संस्कार के अभाव में व्यक्ति अकरणीय कार्य करता जा रहा है। आधुनिक वातावरण का प्रभाव सोच में, जीवनशैली में आ रहा है, जिसके कारण पारिवारिक, सामाजिक एवं धार्मिक वातावरण दूषित हो रहा है। मोबाइल के बढ़ते प्रचलन ने बिखराव, दुराव पैदा करने के साथ व्यक्ति को स्वार्थवादी बना दिया। मोबाइल का नकारात्मक प्रभाव अधिक देखने को मिल रहा है। हम अपने परिवार के प्रति दायित्व को समझें। एक-दूसरे के प्रति सहयोग भाव, सामंजस्य, सहनशीलता एवं साथ बिताए गए समय से परिवार खुशहाल रहता है।
मुस्कान इंटरनेशनल स्कूल के चेयरमैन ब्रिजेश मित्तल ने कहा कि जीवन क्या है? मन में सीखने की लालसा रखना जीवन है। मनुष्य जीवन एक परीक्षा है। व्यक्ति मंजिल को प्राप्त करता है या नीचे जाता है ये जीवन पर निर्भर करता है। तेयुप को बधाई देता हूँ जिन्होंने समयानुसार विषयों के माध्यम से समाज को जीवंत संदेश दिया। मीडिया प्रभारी अविनाश जैन ने बताया कि कार्यक्रम का शुभारंभ तेयुप के युवाओं के मंगलाचरण से हुआ। ऋषभ जैन ने प्रस्तुति दी। समय पालक की भूमिका रोहन जैन ने निभाई। आभार ज्ञापन सोहन जैन ने किया। कार्यक्रम का संचालन तेयुप अध्यक्ष अंकित जैन ने किया। जूनियर ग्रुप में प्रथम स्थान पूजा जरवालिया, द्वितीय स्थान गौरव मंत्री एवं तृतीय स्थान सिद्धि जैन। सीनियर ग्रुप में प्रथम स्थान मनीषा मुकेश जैन, द्वितीय स्थान सीमा अग्रवाल एवं तृतीय स्थान विवेक जैन ने प्राप्त किया। कार्यक्रम के प्रायोजक अजित गोपालदास जैन ने जज ब्रिजेश मित्तल का सम्मान किया।