
हाडोती क्षेत्रीय वृहद श्रावक सम्मेलन ‘उन्नयन’ का आयोजन
कोटा।
साध्वी अणिमाश्री जी के सान्निध्य में तेरापंथ सभा के तत्त्वावधान में हाड़ोती क्षेत्रीय वृहद श्रावक सम्मेलन ‘उन्नयन’ आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, समारोह के अध्यक्ष तेरापंथी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनसुखलाल सेठिया, विशिष्ट अतिथि महासभा के उपाध्यक्ष विजयकुमार मेहता की उपस्थिति में कार्यक्रम आयोजित हुआ। कार्यक्रम में बकानी, सवाईमाधोपुर, आदर्शनगर, भगवतगढ़, झालरापाटन, रामगंजमंडी, चौथ का बरवाड़ा, बारां तथा कोटा का संपूर्ण समाज उपस्थित रहा।
साध्वी अणिमाश्री जी ने कहा कि श्रद्धा, विवेक व क्रिया के त्रिवेणी संगम का नाम है-श्रावक। आचार, व्यवहार व संस्कार के समन्वित रूप का नाम है-श्रावक। साध्वीश्री जी ने कहा कि इस कार्यक्रम में लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिड़ला आए हैं, ये वो शख्य हैं, जिन्होंने अपनी प्रभावी व्यक्तित्व, करिश्माई कर्तृत्व एवं प्रगतिशील नेतृत्व से राजनीति में अनूठी पहचान बनाई है। इनके नाम में दो मंत्र जुड़े हुए हैं-ओम और कृष्ण, जो इनके व्यक्तित्व को पावरफुल बना रहे हैं।
महासभा अध्यक्ष मनसुखलाल सेठिया ने अपने कार्यों से नए पदचिÐ अंकित किए हैं। अपने श्रम व शक्ति का नियोजन संघ के उन्नयन में कर रहे हैं। विजयराज मेहता व कोटा सभा भी गति-प्रगति करती रहे, मंगलकामनाएँ। लोकसभाध्यक्ष ओम बिड़ला ने कहा कि जैन धर्म के सात्त्विक जीवन जीने के संस्कार, सदाचार और दिशाबोध अपरिग्रह का सिद्धांत जितना फैलेगा, उतना ही स्वस्थ समाज निर्माण का सपना साकार होगा। आचार्य महाप्रज्ञ का दिशा बोध व साहित्य सृजन युगों-युगों तक मानव जाति का मार्गदर्शन करता रहेगा।
साध्वी कर्णिकाश्री जी ने श्रावकों को गणभक्ति का जिक्र किया, साध्वी डॉ0 सुधाप्रभा जी ने मंच संचालन किया। साध्वी मैत्रीप्रभा जी ने कहा कि समय को समझता है, वही उन्नयन करता है। साध्वी समत्वयशा जी ने गीत का संगान किया। कार्यक्रम में अनेक सभा-संस्थाओं के पदाधिकारीगण एवं सदस्यों की उपस्थिति रही। सभा मंत्री धर्मचंद जैन ने संचालन किया। इस अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष, महासभा अध्यक्ष, विजयराज मेहता, सभा अध्यक्ष संजय बोथरा, मंत्री धर्मचंद जैन, रतनलाल जैन एवं समस्त कार्यकारिणी को साफा पहनाकर एवं शॉल ओढ़ा कर सम्मान किया।