उत्सव रिश्तों का प्रेम देवरानी-जेठानी का कार्यक्रम
आमेट।
अभातेममं के निर्देशानुसार साध्वी प्रांजलप्रभा जी के सान्निध्य में तेममं द्वारा ‘उत्सव रिश्तों का, प्रेम देवरानी-जेठानी’ का कार्यशाला का आयोजन तेरापंथ भवन में किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ साध्वीश्री जी द्वारा नमस्कार महामंत्र के उच्चारण से हुआ। साध्वी प्रांजलप्रभा जी ने कहा कि हर व्यक्ति का अपना स्वतंत्र अस्तित्व है, चाहे वह देवरानी हो या जेठानी, सास हो या बहू। लेकिन स्वतंत्र अस्तित्व होकर भी ग्रुप में रहना बहुत बड़ी बात है। साध्वीश्री जी ने एक छोटे से गेम के माध्यम से समझाया।
कार्यशाला में 4 देवरानी-जेठानी के जोड़ों का सम्मान किया गया, जिसमें अणची बाई सिंघवी व आगूबाई सिंघवी 56 वर्ष, मंजु देवी गेलड़ा व मीना देवी गेलड़ा 29 वर्ष, लीलादेवी पितलिया व मयूरी देवी पितलिया 26 वर्ष, हेमा भंडारी व कमल भंडारी 11 वर्ष से साथ में रहे हैं। इन सभी को स्थानीय महिला मंडल द्वारा सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में पधारे हुए सभी महिलाओं का स्वागत सुरेखा ओस्तवाल ने किया। मंच संचालन तेममं मंत्री संगीता पामेचा ने किया। कार्यक्रम में लगभग 85 महिलाओं ने भाग लिया। तेममं अध्यक्ष मीना गेलड़ा ने साध्वीश्री जी के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की व सभी बहनों का आभार ज्ञापन किया।