त्रिदिवसीय कार्यक्रम का आयोजन
कोटा।
साध्वी अणिमाश्री जी के सान्निध्य में तेरापंथ भवन में तेरापंथी सभा द्वारा ‘तप अभिनंदन समारोह’ तेयुप द्वारा ‘दीपावली पूजन कार्यशाला’, टीपीएफ द्वारा ‘मेधावी विद्यार्थी सम्मान समारोह’ का आयोजन किया गया। साध्वी अणिमाश्री जी ने कहा कि चातुर्मास काल में श्रावक-श्राविकाओं के हृदय कमल में तप के सुमन खिलने लगते हैं। चारों ओर तप की तरंगें तरंगित होने लगती हैं। कोश में भी इस बार अच्छी तपस्याएँ हुई हैं। साध्वीश्री ने कहा कि दीपावली पूजन का अपना महत्त्व है, तेयुप जैन संस्कार विधि के द्वारा दीपावली पूजन की प्रेरणा दी।
साध्वीश्री जी ने कहा कि टीपीएफ ने मेधावी छात्र-छात्राओं का सम्मान किया। प्रतिभा संपन्न छात्र हमारे समाज के गौरव हैं। शैक्षणिक योग्यता के साथ-साथ आंतरिक शक्ति का संवर्धन होना जरूरी है। आंतरिक शक्ति संवर्धन के लिए प्रार्थना, गुरुवंदना एवं जय अनुदान के लिए योजित करें। सभा अध्यक्ष संजय बोथरा ने तपस्वियों का स्वागत करते हुए सभी तपस्वियों का तप अभिनंदन-पत्र के द्वारा विभिन्न पदाधिकारियों से सम्मान करवाया। मंत्री धर्मचंद जैन ने बधाई दी। जैन संस्कारक भूपेंद्र बरड़िया ने जैन संस्कार विधि से दीपावली पूजन कैसे करें? इसकी जानकारी दी। मंत्री कमलेश जैन, सहमंत्री एवं मीडिया प्रभारी सौरव दस्साणी एवं उमेश गोयल का भी सहयोग रहा। टीपीएफ अध्यक्ष अखिलेश कांठेड़ ने अपने भावों की प्रस्तुति दी। सात विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल, सिल्वर मेडल एवं ब्रोन्ज मेडल प्रदान किया गया। संचालन मंत्री आशीष बरड़िया ने किया। अणुव्रत समिति के अध्यक्ष अशोक दुगड़ ने भाव व्यक्त किए।
कोटा सभा द्वारा महादानी श्राविका भीखी देवी सेठिया, अमरावदेवी सेठिया, कन्हैयालाल पुगलिया का सम्मान किया गया। सभा द्वारा चेन्नई से समागत पद्मा दुगड़, रेखा मरलेचा, नीमिता एक-निष्ठा तथा ठाणे मुंबई से समागत मदनलाल श्रीमाल, वैजयंती श्रीमाल, जयेश, प्रांजल श्रीमाल का सम्मान किया गया।