मंगलभावना समारोह के आयोजन

संस्थाएं

मंगलभावना समारोह के आयोजन

राजलसेदसर
चातुर्मास सानंद संपन्न कर साध्वी मंगलप्रभा जी एवं साध्वीवृंद ने गुरु निर्देशानुसार जयपुर की तरफ प्रस्थान किया। तेरापंथी सभा, महिला मंडल, कन्या मंडल, तेयुप के साथ-साथ किशोर मंडल एवं ज्ञानशाला के नन्हे-मुन्ने ज्ञानार्थी सुबह से ही साध्वीश्री जी के मंगल विहार में साथ में जाने को तेरापंथ भवन पहुँच चुके थे। उपस्थित सभी जनों ने हृदय से खमतखामणा की। सभी ने गुरुदेव के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए साध्वीवृंद के प्रति आध्यात्मिक मंगलकामनाएँ व्यक्त की।
पूर्व रात्रि को तेरापंथ भवन में मंगलभावना समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मंजुदेवी बाफना द्वारा मंगलाचरण से किया गया। इस अवसर पर साध्वी मंगलप्रभा जी ने कहा कि यहाँ के श्रावक श्रद्धा, सेवा, समर्पण के धनी हैं। देव, गुरु और धर्म के प्रति सच्ची श्रद्धा है। सहवर्ती साध्वियाँ-साध्वी सुमन कुमारी जी, साध्वी समप्रभा जी एवं साध्वी प्रणवप्रभा जी यहाँ धार्मिक वातावरण में अच्छा महसूस कर रही हैं। हर दृष्टि से यहाँ हमारा प्रवास सुखद रहा। साध्वीश्री जी ने कहा कि हम साधुओं के लिए स्वागत और विदाई नहीं होते। संत और सरिता दोनों ही लोक-कल्याण के लिए यात्रायित रहते हैं। संतों का आगमन और निर्गमन दोनों ही मंगल होते हैं।
कार्यक्रम में साध्वी समप्रभा जी एवं साध्वी प्रणवप्रभा जी ने उद्गार व्यक्त किए। तेरापंथी सभा के उपाध्यक्ष राजकुमार विनायकिया, तेममं की अध्यक्षा प्रेम देवी विनायकिया, मंत्री सविता बच्छावत, कन्या मंडल, ज्ञानशाला प्रशिक्षिका मोनिका बैद सहित अनेक जनों ने गीतिका, कविता, मुक्तक एवं वक्तव्य के माध्यम से मंगलभावना व्यक्त की। किशोर मंडल एवं ज्ञानशाला के बच्चों ने शब्द चित्र के माध्यम से साध्वीवृंद के प्रति भावनाएँ प्रेषित की। उपस्थित राजलदेसर तेरापंथ समाज ने सभी साध्वीवृंद से खमतखामणा की। कार्यक्रम का संचालन कन्या मंडल संयोजिका कलिका चोपड़ा ने किया।