मंगलभावना समारोह के आयोजन

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मंगलभावना समारोह के आयोजन

कांकरोली
साध्वी मंजुयशा जी के सान्निध्य में तेरापंथ सभा की ओर से साध्वीवृंद के चातुर्मास की सानंद संपन्नता के उपलक्ष्य में मंगलभावना समारोह का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में कांकरोली नगर के उपनगर के भाई-बहन एवं कांकरोली के आसपास के गाँवों से धोइंदा, बोरज, बिनोल, कुंवारिया, भाणा आदि से भी अच्छी संख्या में उपस्थित थे। कार्यक्रम का प्रारंभ साध्वीश्री जी के नमस्कार महामंत्र के संगान से हुआ। साध्वीश्री जी ने सामूहिक रूप से पार्श्वनाथ स्तुति की संगान किया। तेरापंथ सभा के अध्यक्ष प्रकाशचंद सोनी ने साध्वीश्री जी के संयम साधना एवं आगामी यात्रा के प्रति मंगलकामना की। चातुर्मास में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की संक्षिप्त जानकारी दी। साध्वीवृंद से एवं पूरे समाज से क्षमायाचना की।
साध्वीश्री जी ने कहा कि जब चातुर्मास का समय आता है तो हर जन के मन में एक नया उत्साह, नई जागृति, नई ऊर्जा का संचार होता है। इसके भीतर अध्यात्म की भावना जगती है। गुरु के निर्देशानुसार कांकरोली आए और प्रज्ञा विहार के बाहर जितने उपनगर हैं, उनमें विचरण किया, प्रायः सभी घरों को यथासंभव संभाला, पारिवारिक सेवा द्वारा प्रत्येक भाई-बहनों से संपर्क किया। यथासंभव आध्यात्मिक प्रेरणा दी। चातुर्मास काल के प्रवास में पूरे श्रावक-श्राविका समाज ने प्रवचन, कार्यक्रम, प्रतियोगिताएँ, जप का क्रम आदि सभी आध्यात्मिक प्रवृत्तियों में सभी भाई-बहनों, कन्याओं, युवा साथियों, किशोरों, ज्ञानशाला के बच्चों आदि सभी ने भाग लिया।
साध्वीश्री जी ने आगे कहा कि संत चरण गंगा की धारा होते हैं। उनकी सत्संग में आने से पापी चेतना भी धर्मी बन जाती है। चातुर्मास प्रवास में यहाँ का तेरापंथ समाज चाहे वह तेरापंथ सभा के अध्यक्ष आदि हों, महिला मंडल की अध्यक्षा, तेयुप की टीम हो, कन्या मंडल, किशोर मंडल, टीपीएफ आदि कोई भी संस्था हो सभी में बहुत अच्छी सौहार्द भावना, सामंजस्य व समन्वय है, जिससे हर कार्यक्रम में सभी ने एक-दूसरे का पूरा सहयोग दिया। साध्वीश्री जी ने सुमधुर गीत का संगान किया। किसी प्रकार की कोई कमी रही हो तो इसके लिए अंत में चारों साध्वियों की ओर से क्षमायाचना की।
साध्वी चिन्मयप्रभा जी ने अपनी जन्मभूमि पर पहली बार प्रवास करने एवं अध्यात्म से भरे हुए कांकरोली के हर सदस्य की आध्यात्मिक भावना की प्रशंसा करते हुए सबको संघनिष्ठा, गुरुनिष्ठा, धर्मनिष्ठा और आत्मनिष्ठा को और मजबूत बनाने की प्रेरणा दी और सभी से क्षमायाचना की।
इस समारोह के अवसर पर तेरापंथ सभा के उपाध्यक्ष हिम्मत कोठारी, चंदप्रकाश चोरड़िया, महिला मंडल की अध्यक्षा इंद्रा पगारिया, मंत्री मनीषा कच्छारा, तेयुप अध्यक्ष निखिल कच्छारा सहित अनेक पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने अपने भावों की अभिव्यक्ति गीत, कविता, भाषण के माध्यम से दी। चोरड़िया परिवार, ज्ञानशाला के बच्चों ने कन्या मंडल, महिला मंडल, टीपीएफ आदि ने समूह रूप से रोचक प्रस्तुतियाँ दी। सभी ने अंत में किसी भी प्रकार की जाने-अनजाने में हुई अविनय अशातना के लिए क्षमायाचना की। कार्यक्रम का संचालन तेरापंथ सभा के मंत्री विनोद चोरड़िया ने किया।