जीवन को सरस और मधुर बनाने वाले होते हैं पर्व
गांधीनगर।
मुनि अर्हत कुमार जी ने कहा कि पर्व जीवन को सरस और मधुर बनाने वाले होते हैं। हर पर्व में एक प्रेरणा होती है, जिस प्रेरणा में हमारे जीवन को स्वर्णिम बनाने के रहस्य छिपे हुए होते हैं। भारतीय त्योहारों में एक विशिष्ट त्योहार है-दीपावली। जैन धर्म में यह पर्व भगवान महावीर से जुड़ा है। इस दिन भगवान महावीर ने शिव-लक्ष्मी को प्राप्त किया था। हमें ज्ञान दीप के प्रकाश से आत्मा को प्रकाशित करना है। दीपावली के दिन लोग लक्ष्मी की पूजा करते हैं। लक्ष्मी के तीन रूप हैं-अलक्ष्मी, लक्ष्मी, महालक्ष्मी। मुनि भरत कुमार जी ने कहा कि लक्ष्मी प्राप्त करने से पहले धर्म लक्ष्मी (श्री) को प्राप्त करना है। बाल संत जयदीप कुमार जी ने गीत का संगान किया। तेरापंथ सभा अध्यक्ष कमल दुगड़ ने विचार रखे। बहादुर सेठिया ने गीत का संगान किया। विशेष अनुष्ठान का क्रम मुनिश्री ने करवाया, जिसमें सैकड़ों व्यक्तियों ने लाभ लिया।