अध्यात्म उजाले की प्रेरणा है भगवान महावीर निर्वाण दिवस
टी-दासरहल्ली।
तेरापंथ भवन में शासनश्री साध्वी कंचनप्रभा जी ने भगवान महावीर के निर्वाण कल्याणक समारोह के अवसर पर कहा कि तीर्थंकर भगवान महावीर के उपदेश ना केवल जैन समाज के लिए बल्कि संपूर्ण मानव जाति के लिए आध्यात्मिक उजाले की प्रेरणा है। आत्मा के आलोक को, सच्चिदानंद स्वरूप को प्राप्त करने का संदेश है। साध्वी कंचनप्रभा जी ने स्वरचित गीतिका प्रस्तुत की। शासनश्री साध्वी मंजुरेखा जी ने कहा कि आज का मंगल दिन हर सभी के लिए शांति व आनंद की बहार लेकर आया है। जहाँ शांति है वहाँ सकारात्मक सोच है।
साध्वीवृंद ने गीत का संगान किया। साध्वीश्री की प्रेरणा से तेरह दिवसीय विशेष जप अनुष्ठान घर-घर में संपन्न हुआ। इस अवसर पर कैलाश सहलोत ने गीतिका के माध्यम से अपनी भावनाएँ व्यक्त की। संस्थापक अध्यक्ष लादुलाल बाबेल, अध्यक्ष नवरतन गांधी, अभातेयुप से राकेश दक ने अपने विचार रखे। तेरापंथ सभा ट्रस्ट, तेरापंथ महिला मंडल, तेयुप परिवार एवं दासरहल्ली व निकटतम क्षेत्रों से सकल जैन समाज के श्रावक-श्राविकाओं की उपस्थिति रही। संचालन सभा मंत्री प्रवीण बोहरा ने किया।