सुमधुर गीतों के संग हास्य कवि समारोह

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सुमधुर गीतों के संग हास्य कवि समारोह

मंडिया।
साध्वी डॉ0 गवेषणाश्री जी के सान्निध्य में तेयुप द्वारा सुमधुर गीतों के संग हास्य कवि समारोह तेरापंथ सभा भवन, मंडिया में आयोजित किया गया। साध्वी डॉ0 गवेषणाश्री जी ने कहा कि संगीत का काव्य जीवन का दिव्य आनंद है। जो भाषण मन को छू नहीं सकता, वह संगीत व काव्य की मधुर स्वर लहरी व्यक्ति को भीतर तक बदल देती है। वर्तमान में संगीत के द्वारा अनेक प्रकार की चिकित्सा की जा रही है, वह चिकित्सा सफलता के शिखर तक भी पहुँच रही है। साध्वी मयंकप्रभा जी ने कविता के द्वारा कहा कि युवा शक्ति में जोश अत्यधिक होता है, उसे व होश के साथ उपयोग में ले तो कामयाबी हासिल कर सकता है। मंडिया तेयुप की जागरूक व उत्साही परिषद है।
साध्वी मेरूप्रभा जी, साध्वी दक्षप्रभा जी ने सुमधुर गीतिका प्रस्तुत की। कवि सम्मेलन का आगाज महिला मंडल द्वारा मंगलाचरण से हुआ। इसके बाद राजस्थान के सुप्रसिद्ध गायक एवं हास्य कवि प्रकाश श्रीश्रीमाल ने अपनी स्वयं की रचनाओं के गीतों द्वारा श्रावक-श्राविकाओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। तेयुप अध्यक्ष प्रवीण दक ने पधारे हुए कवि व सभी श्रोताओं का स्वागत करते हुए कार्यक्रम का संचालन किया। मंडिया से गायिका रीतू दक ने गीत प्रस्तुत किया। महक भंसाली ने भी प्रस्तुति दी। किशनलाल आच्छा, विनोद भंसाली ने भाव रखे। सभा अध्यक्ष नरेंद्र दक ने सभी का स्वागत करते हुए हास्य कवि प्रकाश श्रीश्रीमाल का मोमेंटो द्वारा अभिवादन करते हुए अपने भाव रखे। तेयुप मंत्री कमलेश गोखरू ने आभार ज्ञापन किया।