
महाप्रज्ञ अलंकरण दिवस का आयोजन
बैंगलुरु।
शासनश्री साध्वी कंचनप्रभा जी के सान्निध्य में टी-दासरहल्ली, तेरापंथ भवन में अणुव्रत समिति, बैंगलुरु के तत्त्वावधान में ‘महाप्रज्ञ अलंकरण दिवस, जीवन विज्ञान दिवस के रूप में आयोजित किया गया। शासनश्री साध्वी श्री द्वारा नमस्कार महामंत्रोच्चार के पश्चात कन्या मंडल द्वारा महाप्रज्ञ अष्टकम् का संगान हुआ। शासनश्री साध्वीश्री कंचनप्रभा जी ने कहा कि विनय, समर्पण, श्रद्धा, अनुशासन के अनुपम आदर्श मुनि नथमल जी को आचार्य तुलसी ने ‘महाप्रज्ञ अलंकरण’ प्रदान किया, सम्मानित किया, अलंकृत किया। लगभग 4 माह पश्चात उनको युवाचार्य पद पर प्रतिष्ठित किया तथा उसी वक्त वे युवाचार्य महाप्रज्ञ नाम से नियुक्त हुए।
शासनश्री साध्वी मंजुरेखा जी ने कहा कि आचार्य महाप्रज्ञ का नाम आते ही विनय और समर्पण मुखरित हो जाते हैं, इतने बड़े दार्शनिक आचार्य होते हुए भी आपमें जो विद्वता थी उसका कभी आपको अहंकार नहीं आया। साध्वीवृंद ने गीत की प्रस्तुति दी। दासरहल्ली तेरापंथ सभा के अध्यक्ष नवरत्न गांधी ने अपने विचार व्यक्त किए। जीवन-विज्ञान कर्नाटक के प्रभारी ललित आच्छा ने जीवन-विज्ञान की शुरुआत से अब तक की विस्तृत जानकारी दी। अणुव्रत समिति, बैंगलुरु के अध्यक्ष शांतिलाल पोरवाल ने स्वागत करते हुए अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में अनेक पदाधिकारीगण एवं गणमान्य सदस्यों की उपस्थिति रही। कन्हैयालाल गांधी ने संचालन किया।