दादा-दादी कार्यशाला का आयोजन
साहूकारपेट।
तेरापंथ सभा, चेन्नई द्वारा साध्वी डॉ0 मंगलप्रज्ञा जी के सान्निध्य में ‘दादा-दादी शिविर’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ जय तुलसी मंडल के मधुर संगायक हेमंत डूंगरवाल के संगान से हुआ। तेरापंथ सभा अध्यक्ष उगमराज सांड ने स्वागत स्वर प्रस्तुत किए। इस अवसर पर साध्वी डॉ0 मंगलप्रज्ञा जी ने कहा कि आज चिंतन करना है, इस ढलती वय में जीवन कैसे जीएँ? यह सच्चाई है जीवन पल-पल कम होता जा रहा है। इस मोड़ पर जीवन की दिशा को बदलें, दशा स्वयं बदल जाएगी। साध्वीश्री जी ने कहा कि उम्र के इस पड़ाव में निर्मलता और पवित्रता रहे। विचारों में नकारात्मक भाव न आए। अधिक से अधिक भीतर रहने का प्रयास करें।
दादा-दादी शिविर के संयोजक संपतराज चोरड़िया ने विचार व्यक्त करते हुए साध्वीश्री जी के प्रति आभार व्यक्त किया। स्थानकवासी संप्रदाय से समागत, समाज सेवी प्रेमलता मेहता ने कहा कि बुजुर्ग हमारे परम उपकारी हैं, उन्हें उपहार समझें, भार नहीं। उनका दिल बच्चे की तरह कोमल होता है। साध्वी सिद्धियशा जी ने कहा कि दादा-दादी के अनुभव और उनकी दुआएँ हमारा मार्ग प्रशस्त करती हैं। कार्यक्रम का संचालन तेरापंथ सभा के मंत्री अशोक खतंग ने किया। तेरापंथ सभा के सहमंत्री मनोज गादिया ने आभार जताया। मुख्य अतिथि प्रेमलता मेहता का तेरापंथ सभा द्वारा सम्मान किया गया। कार्यक्रम में महासभा सदस्य ज्ञानचंद आंचलिया, जैन विश्व भारती के उपाध्यक्ष पुखराज बड़ोला, तेरापंथ पब्लिक, माधावरम् के अध्यक्ष तनसुख नाहर, तेरापंथ ट्रस्ट मंत्री राजेंद्र भंडारी, महिला मंडल अध्यक्षा पुष्पा हिरण की उपस्थिति रही।