मुमुक्षु दीक्षार्थिनी सोनल पीपाड़ा का मंगलभावना समारोह
गांधीनगर।
मुमुक्षु दीक्षार्थिनी सोनल पीपाड़ा का मंगलभावना समारोह शासनश्री साध्वी कंचनप्रभा जी के सान्निध्य में तेरापंथ भवन में आयोजित हुआ। साध्वी कंचनप्रभा जी ने कहा कि जैन समाज में तेरापंथ धर्मसंघ का सौभाग्य है कि सभी साधु-साध्वियाँ ही नहीं संपूर्ण संघ एक गुरु के अनुशासन में चलता है। दीक्षार्थिनी सोनल को विशेेष आशीर्वाद के साथ आपने कहा कि विजय, समर्पण, समता, श्रद्धा के साथ गुरु के इंगित की आराधना में दर्शन ज्ञान के साथ चारित्र की महान साधना सफल होती है। साध्वी मंजुरेखा जी ने कहा कि मुमुक्षु दीक्षार्थिनी सोनल का महान सौभाग्य है कि परम पावन आचार्यश्री महाश्रमण जी के करकमलों से दीक्षित हो रही है। सोनल संगीत विद्या में विशिष्ट मधुर स्वर संपन्न है। विलक्षण प्रतिभा संपन्न होने के साथ अन्य अनेक कला से परिपूर्ण भी है। अनुशासित, विनय एवं सेवाभाव आदि गुणों से विभूषित होकर मोक्ष मार्ग की विशेष साधना करें, यह हमारा बधाई के साथ आशीर्वाद है।
सभा अध्यक्ष कमल सिंह दुगड़ ने अभिनंदन पत्र का वाचन किया। महासभा से प्रकाश चंद लोढ़ा, महिला मंडल अध्यक्षा स्वर्ण माला पोखरना, तेयुप अध्यक्ष प्रदीप चोपड़ा, टीपीएफ अध्यक्ष हितेश गीड़िया, अणुव्रत समिति अध्यक्ष शांतिलाल पोरवाल, परामार्थिक शिक्षण संस्था अध्यक्ष बजरंग जैन, ट्रस्ट अध्यक्ष प्रकाश बाबेल एवं अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने अपने विचार व्यक्त किए। प्रेक्षा संगीत सुधा, प्रज्ञा संगीत सुधा एवं अनेक सदस्यों द्वारा गीत की प्रस्तुति दी गई। संचालन मंत्री गौतम मांडोत ने किया। आभार ज्ञापन सुधीर पोखरना ने किया।