मंगलभावना समारोह के आयोजन

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मंगलभावना समारोह के आयोजन

रोहिणी, दिल्ली
तेरापंथ भवन में साध्वी डॉ0 कुंदनरेखा जी का चातुर्मास समाप्ति के अवसर पर तेरापंथी सभा, रोहिणी द्वारा मंगलभावना समारोह का आयोजन रखा गया। साध्वी डॉ0 कुंदनरेखा जी ने इस अवसर पर कहा कि हम सौभाग्यशाली हैं कि हमें तेरापंथ भैक्षव शासन मिला है। साध्वीश्री जी ने कहा कि रोहिणी श्रावक समाज सजग एवं जागरूक समाज है। संघ भक्ति एवं गुरुनिष्ठा यहाँ के श्रावकों में बेजोड़ है। इसके अतिरिक्त हमने अनुभव किया कि कुछ पाने की चाह सदैव बनी रहती है, यही कारण है कि पूरे चातुर्मास में संवत्सरी के पश्चात भी हमेशा जमघट जमा रहा। इस कार्यकाल में हम चारों साध्वियों की तरफ से सभी से बहुत-बहुत खमतखामणा।
साध्वी सौभाग्ययशा जी ने कहा कि रोहिणी के संपूर्ण तेरापंथ समाज की आध्यात्मिक चेतना सदैव अग्रणी रूप से कार्यकारी रही, जिससे यह चातुर्मास ऐतिहासिक बन सका। उन्होंने कहा कि साध्वी कुंदनरेखा जी का श्रम रंग लाया और यहाँ पर निरंतर प्रभावी कार्य होते रहे। इसके अतिरिक्त तेरापंथी सभा, दिल्ली, तेयुप, महिला मंडल, ज्ञानशाला के कार्यकर्ता प्रशिक्षिकाएँ, टीपीएफ का भी भरपूर सहयोग रहा। सबसे खमतखामणा। तेरापंथी सभा, रोहिणी के अध्यक्ष विजय जैन ने चातुर्मास कार्यक्रमों की रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए कहा कि लगभग 30 अठाइयाँ, 250 पौषध जो पहली बार भवन में साध्वीश्री जी की प्रेरणा से हुए। भक्तामर अनुष्ठान, नमिऊण एवं उपसर्गहर स्तोत्र के साथ-साथ ‘फुल मून मेडिटेशन’ अद्भुत रहा। जिसमें सैकड़ों लोगों की सहभागिता रही। तेरापंथी सभा, दिल्ली के उपाध्यक्ष नत्थुराम जैन, तेरापंथी सभा, रोहिणी के अध्यक्ष गिरीश जैन सहित अन्य सभा-संस्थाओं के पदाधिकारीगण एवं सदस्यों ने अपनी भावनाएँ व्यक्त की।
इस अवसर पर दीक्षार्थी मुदित जैन ने अपने पिता मनोज जैन, मम्मी सीमा जैन एवं अपने भाई सहित गीतिका का संगान कर साध्वियों की विशेषताओं पर प्रकाश डाला। दीक्षार्थी मुदित जैन के लिए साध्वी कुंदनरेखा जी ने कहा कि मुदित होनहार सौभाग्यशाली युवक है, जो आचार्यश्री महाश्रमण जी के श्रीचरणों में अपनी महाव्रत-यात्रा प्रारंभ करने जा रहा है। इस अवसर पर तेरापंथी सभा, रोहिणी ने मुदित के मंगल भविष्य की शुभकामना करते हुए उसे माल्यार्पण, तिलक एवं अन्य शुभ वस्तुएँ भेंट कर वर्धापना की। रोहिणी सभा के महामंत्री राजेंद्र सिंघी ने कहा कि रोहिणी में साध्वीश्री जी का ऐतिहासिक सफलतम चातुर्मास रहा। आए हुए सभी श्रावक-श्राविकाओं का आभार ज्ञापन किया। कार्यक्रम का संचालन प्रवीण सिंघी ने किया।