The Power of Affirmations कार्यशाला का आयोजन
धुबड़ी।
समणी मधुरप्रज्ञा जी अपनी सहयोगिनी समणी शुभप्रज्ञा जी एवं समणी मननप्रज्ञा जी के साथ धुबड़ी शहर में पधारी। आपके पदार्पण से यहाँ के भाई-बहनों में धर्म के प्रति उत्साह जागृत हुआ तथा सभी ने प्रवचन का लाभ लिया। निर्देशित समणी मधुरप्रज्ञा जी ने अपने प्रातःकालीन प्रवचनों में अनेक बिंदुओं को छुआ, हमारी सम्यक् दृष्टि कैसे जागृत हो, श्रावकों के क्या कर्तव्य हैं, कैसे जागे हमारे मन में संघ और संघपति के प्रति आस्था तथा देव, गुरु एवं धर्म का बहुत ही सरल, सरस शब्दों में विवेचन किया।
निर्देशित समणी मधुरप्रज्ञा जी के सान्निध्य में महिला मंडल की बहनों द्वारा The Power of Affirmations की कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला का शुभारंभ महिला मंडल की बहनों के मंगलाचरण से हुआ। समणी शुभप्रज्ञा जी ने कहा कि जीवन के साथ यदि जीने की कला जुड़ जाए तो व्यक्ति शांतिमय जीवन जी सकता है। इसके लिए जरूरी है-सकारात्मक सोच, वाणी में माधुर्य एवं जीवन में धैर्य। निर्देशिका समणी मधुरप्रज्ञा जी ने कहा कि वह व्यक्ति अमीर बन सकता है, जिसके भीतर दृढ़-संकल्प शक्ति होती है। संकल्पशक्ति यदि मजबूत है तो बड़े से बड़ा काम किया जा सकता है। संकल्प के साथ व्यक्ति अपने भीतर हमेशा Affirmations के माध्यम से नकारात्मक विचारों को काबू करे और दृढ़-विश्वास के साथ सकारात्मक विचारों पर अपने कदम बढ़ाते जाएँ तो अपने लक्ष्य तक पहुँचने में देर नहीं लगेगी। जरूरत है अपने विचारों को अवचेतन मन तक प्रभावित करें। जिससे व्यक्ति अपने लक्षित मंजिल तक पहुँच सके।
समणी मननप्रज्ञा जी की प्रेरणा से यहाँ की कन्या मंडल में जागृति आई। समणीजी के सान्निध्य में कन्या मंडल एवं ज्ञानशाला के बच्चों ने ‘पर्यावरण’ पर बहुत ही सुंदर एवं रोचक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का शुभारंभ कांता जैन के मंगलाचरण से हुआ। ज्ञानशाला के नन्हे-मुन्ने बच्चों ने गीत की प्रस्तुति दी। शिल्पा सेठिया ने अपने विचार रखे। कार्यक्रम का संयोजन नीलम बुच्चा ने किया तथा महिला मंडल की बहनों द्वारा कार्यक्रम में भाग लेने वालों को प्रोत्साहित किया गया।