हर विद्यार्थी विद्या के साथ विनम्र एवं अनुशासनशील बन देश की सेवा करें

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हर विद्यार्थी विद्या के साथ विनम्र एवं अनुशासनशील बन देश की सेवा करें

बरोठी।
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में साध्वी मंजुयशा जी के सान्निध्य में अणुव्रत, जीवन-विज्ञान एवं प्रेक्षाध्यान संबंधी कार्यक्रम आयोजित हुआ। स्कूल में करीब 800 बच्चे उपस्थित थे। अध्यापक वर्ग की संख्या भी काफी थी। कार्यक्रम का प्रारंभ साध्वीश्री जी ने नवकार मंत्र के मंगल उच्चारण से हुआ। वहाँ के प्रिंसिपल ने साध्वीवृंद का अपने स्कूल प्रांगण में स्वागत करते हुए कहा कि आज हमारा परम सौभाग्य है कि आज इस प्रांगण में संतों के चरण पड़े। संतों का जीवन बहती हुई सरिता के समान होता है। बहता हुआ पानी बड़ा निर्मल होता है, वैसे ही त्याग साधु-संतों का जीवन पवित्र और निर्मल होता है।
साध्वीश्री जी ने कहा कि बच्चे का जीवन कोरे कागज के समान होता है, उस पर माता-पिता, गुरुजन जैसा चित्र खिंचना चाहें वैसे उसके जीवन को रेखांकित कर सकते हैं। ये हमारे देश के भावी कर्णधार हैं। विद्यालय विद्यार्थी के लिए ज्ञान का मंदिर है। विद्या के साथ विद्यार्थी के जीवन में विनम्रता, शालीनता, सरलता, मृदुता, अनुशासनबद्धता, नशामुक्ति, अच्छे विचार, अच्छा व्यवहार, सत्यवादिता, देश के प्रति भक्ति आदि के अच्छे गुणों का जागरण हो।
हर विद्यार्थी अपने माता-पिता, गुरुजन आदि सभी के प्रति आदर भाव, सम्मान का भाव रखे। साध्वीश्री जी ने सभी बच्चों को बौद्धिक एवं स्मृति विकास के, नशामुक्ति के भी प्रयोग करवाए। कई बच्चों ने साध्वीश्री जी के प्रेरणादायी प्रवचन को सुनकर जीवनभर बीड़ी, सिगरेट, शराब, मांस आदि अखाद्य पदार्थों के कभी भी उपयोग में नहीं लेने का दृढ़-संकल्प लिए। अंत में वहाँ के प्रिंसिपल ने अध्यापक वर्ग की ओर से, विद्यार्थी वर्ग की एवं पूरे परिसर की ओर से कृतज्ञता एवं आभार व्यक्त किया। मंगलपाठ से कार्यक्रम संपन्न हुआ।