आध्यात्मिक मिलन समारोह
सरवद गाँव।
द्रुतगति से लाडनूं से मुंबई की ओर विहाररत साध्वी जिनप्रभा जी आदि साध्वी सुषमा कुमारी जी आदि व साध्वी विमलप्रज्ञा जी आदि सोजत रोड से सायंकालीन विहार कर सरवद गाँव पधारे। सभी 13 साध्वीवृंद चंदावल से से 22 किलोमीटर का दीर्घ विहार कर सोजत पधारे थे। सोजत से आध्यात्मिक मिलन व रात्रिकालीन प्रवास हेतु विहाररत साध्वीवृंद सायंकालीन 5 किलोमीटर का विहार कर सरवद गाँव पधारे। दूसरी ओर समदडी की ओर से विहाररह साध्वी पावनप्रभा जी व साध्वी प्रांजलप्रभा जी का प्रातः सिरियारी से 13 किलोमीटर का विहार कर मांडा गाँव पधारे और आध्यात्मिक मिलन का लक्ष्य रखते हुए सायंकालीन 6 किलोमीटर का विहार कर सरवद गाँव पधारे।
सूर्यास्त से कुछ समय पूर्व पाँचों सिंघाड़ों (20 साध्वीश्री) का सौहार्दपूर्ण आध्यात्मिक मिलन सरवद गाँव में हुआ। इस अवसर पर सेवारत मुंबई, केलवा व आमेट और सरवद गाँव का श्रावक समाज इस मनोहारी मिलन को देख अपने भाग्य की प्रशंसा कर रहा था। दोनों ग्रुप ने एक दिन में लगभग 45 किलोमीटर की दूरी तय की।