भारत की भूमि ऋषि-मुनियों के संस्कार से सिंचित

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भारत की भूमि ऋषि-मुनियों के संस्कार से सिंचित

पारलापल्लि।
मंडल परिषद् राजकीय प्राथमिक विद्यालय, पारलापल्लि में कार्यक्रम में मुनि सुधाकर कुमार जी ने कहा कि भारत सत्-संस्कारों से सिंचित भूमि है और उसको संवर्द्धित करने में ऋषि-मुनियों का बहुत बड़ा योगदान है। ऋषि-मुनि अपनी साधना-आराधना के साथ जनता के आध्यात्मिक उत्थान और सामाजिक कल्याण में सहभागी बनें, बन रहे हैं। व्यक्तिगत उन्नति व पारिवारिक, सामाजिक समरसता को बनाए रखा।
मुनिश्री ने आगे कहा कि भारतीय प्रशासनिक अधिकारी, तमिलनाडु राज्यपाल के मुख्य सचिव ये भी जनता की सेवा करने वाले होते हैं। पाटिल एक विनम्र व्यक्तित्व के धनी हैं एवं समय-समय पर साधु-संतों की सेवा करते रहते हैं। आपका पूरा परिवार भी साधु-संतों के प्रति नम्र है। इस अवसर पर तेरापंथ माधावरम् ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी घीसूलाल बोहरा, संतोष परमार, सुरेश रांका, प्रवीण सुराणा, महावीर कोठारी, स्वरूपचंद दांती, अरुण परमार, दीपक जैन, अशोक लोढ़ा, कोयंबटूर से नेमचंद बुच्चा आदि अनेकों श्रावक-श्राविकाओं की उपस्थिति रही।