मुनि शांति कुमार जी का देवलोकगमन

मुनि शांति कुमार जी का देवलोकगमन

गंगाशहर।
सेवाभावी मुनि शांति कुमार जी का गंगाशहर में 13 दिसंबर, 2022, मंगलवार को देवलोकगमन हो गया। इनका जन्म सुजानगढ़ में नाहटा परिवार में संवत् 2005 आश्विन शुक्ला-6 को हुआ। इनके पिता का नाम गोरुलाल एवं माता का नाम जड़ाव देवी था। वैराग्य उत्पत्ति के पश्चात 5 महीने पारमार्थिक शिक्षा संस्थान में अध्ययन हेतु रहे। 18 वर्ष की वय में 4 मार्च, 1967 को आचार्यश्री तुलसी के करकमलों से सुजानगढ़ में दीक्षित हुए। दीक्षित होने के पश्चात गुरुकुलवास में सेवाभावी मुनि चंपालाल जी, मुनि महेंद्र कुमार जी, मुनि सागरमल जी, मुनि डूंगरमल जी आदि के साथ विचरण किया।
मुनि शांति कुमार जी सन् 1995 से बीकानेर, गंगाशहर, भीनासर में विचरण कर रहे थे। वरिष्ठ मुनियों की सेवा की बदौलत उन्हें सेवाभावी मुनि की उपाधि से नवाजा गया।
27 साल तक एक ही चोखले में प्रवास करते हुए मुनिश्री ने श्रावकों की अच्छी सार-संभाल की। असाध्य बीमारी से ग्रसित होने के पश्चात 13 दिसंबर को दोपहर में मुनिश्री के स्वास्थ्य में गिरावट के पश्चात सहयोगी मुनि विमल बिहारी जी एवं मुनि श्रेयांस कुमार जी श्रावकों के सहयोग से हॉस्पिटल ले गए जहाँ रात्रि में 9ः15 बजे मुनिश्री ने देह का त्याग कर दिया। देवलोकगमन की सूचना मिलने के साथ जैन धर्म के लोग तेरापंथ भवन पहुँच गए। 14 दिसंबर को 9ः30 बजे जैन परंपरा के अनुसार परिजनों की उपस्थिति में अंतिम संस्कार किया गया।