रिश्तों का उत्सव मनाएँ, खुशियाँ ढूँढ़ लाएँ

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रिश्तों का उत्सव मनाएँ, खुशियाँ ढूँढ़ लाएँ

हैदराबाद।
अभातेममं के निर्देशानुसार तेममं द्वारा प्रभावती सामायिक जोन की बहनों द्वारा ‘रिश्तों का उत्सव मनाएँ’ कार्यशाला का आयोजन नवनीत, दीपा डागा के यहाँ सिख विलेज में आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ नवकार मंत्र से किया गया। तत्पश्चात पारसनाथ जाप, लोगस्स पाठ, तीर्थंकर चौबीसी, 25 बोल, बारह भावना एवं प्रतिक्रमण की पाटियों को दोहराया गया। जोन की बहनों द्वारा एवं कार्यसमिति सदस्यों द्वारा मंगलाचरण किया गया। अध्यक्ष अनीता गिडिया के केसरिया परिधान में उपस्थित सभी बहनों का स्वागत किया। सर्वप्रथम देवरानी-जेठानी की जोड़ी में संतोष, रिंकू डागा ने अपने जीवन के खट्टे-मीठे अनुभव साझा किए। दूसरा जोड़ा संजू-मनीषा बोहरा का रहा। उनका पिछले 23 सालों का प्यार भरा जीवन का साथ रहा। तीसरी जोड़ी सुधा व बबीता दुगड़ की रही। उन्होंने एक-दूसरे के समर्पण की तारीफ तथा एक-दूसरे की भावनाओं की कद्र को दोनों की खुशी का राज बताया।
रीटा और मंजु बरड़िया ने भी अपने बरसों के अटूट साथ को कविता द्वारा व्यक्त किया। जूली और दीपा की जोड़ी ने अपने खट्टे-मीठे अनुभव सुनाए। एक-दूसरे के प्रति कैसे वो समर्पित हैं, बताया। उषा दुगड़ एवं प्रभा दुगड़ की जोड़ी ने एक-दूसरे की योग्यता की सराहना की। साथ ही प्रभा ने उन्हें सदैव सहयोग देने वाली जेठानी बताया। अनीता सुराणा ने भी रोचक गीत द्वारा अपने अनुभव सुनाए। प्रभा दुगड़ ने कविता द्वारा बताया कि मैं मेरा, तू तेरा छोड़कर यदि हम हमारा आजमाएँ, तो क्या मजाल कि किसी रिश्ते में दरार आ जाए। आभार ज्ञापन कार्यसमिति सदस्य सायर दुगड़ ने गीत द्वारा समा बांध दिया। कार्यक्रम में चंद्रकला गिडिया, इंदु कुंडलिया, उषा दुगड़, ममता सुराणा, ज्योति नवलखा, विमला श्यामसुखा, मंजु बरड़िया, सरिता सुराना, गुलाब देवी डागा, सरोज नाहटा, उपाध्यक्ष सरला मेहता आदि की उपस्थिति रही। कार्यक्रम का संचालन जूली बैद द्वारा काव्यात्मक रूप में किया गया।