
मुनिद्वय के स्वागत समारोह का आयोजन
सरदारपुरा।
शासनश्री मुनि रविंद्र कुमार जी एवं मुनि अतुल कुमार जी के संबोधि उपवन, धानिन पहुँचने पर संबोधि उपवन ट्रस्ट मंडल द्वारा स्वागत समारोह का आयोजन किया गया। मुनि रविंद्र कुमार जी ने कहा कि नकारात्मकता को मन में ना रखें। सबके प्रति अच्छी भावना रखें। मुनि अतुल कुमार जी ने कहा कि रिश्ते तबाह होने के तीन कारण हैं, जिसमें पहला कारण है-इगो। जिस इंसान में इगो आ जाता है फिर वो इंसान अपनी गलती कभी नहीं मानता। चाहे उसकी गलती कितनी भी हो वो सामने वाले इंसान के सामने झुकना नहीं चाहता और अपनी गलती ना मानकर अपने रिश्तों को और जटिल बनाकर खराब कर देता है।
दूसरा कारण है कंट्रोल करना। जब भी आप किसी की लाइफ को कंट्रोल करने लग जाते हो तो वो रिश्ता धीरे-धीरे खत्म होने लग जाता है। फिर आप रिश्ते में नहीं, ऐसा लगता है कि आप बोझ बन रहे हो और सामने वाले को अपना एंप्लॉय बना रहे हो। तीसरा कारण है गलतफहमी। कई बार आपस में झगड़े होने पर चाहे वो भाई-भाई का, पति-पत्नी का, माँ-बाप का रिश्ता हो, लोग गलतफहमी के शिकार हो जाते हैं। स्वागत वक्तव्य संबोधि ट्रस्ट मंडल मुकेश कच्छारा ने दिया। स्वागत समारोह में अणुव्रत गौरव डॉ0 बसंती लाल बाबेल, अणुविभा, राजसमंद, उपाध्यक्ष अशोक डूंगरवाल, धर्मचंद खाब्या, आमेट, शांतिलाल सोलंकी, गजपुर, सभा उपाध्यक्ष राजनगर विनय कोठारी, राजकुमार दक, राजसमंद, ज्ञानेश्वर मेहता, आमेट, गुणसागर धींग पडासली, कमलेश तलेसरा, कांकरोली, भीमराज कोठारी ने अपने विचार रखे।
मंगलाचरण तेयुप अध्यक्ष आमेट पवन कच्छारा ने किया। रोशनलाल गर्ग ने गीत का संगान किया। आभार संबोधि ट्रस्ट महामंत्री विनोद सोनी ने प्रकट किया। कार्यक्रम का संचालन चतर कोठारी ने किया। स्वागत कार्यक्रम में नाथद्वारा, आमेट, पडासली, कांकरोली, राजनगर, उदयपुर एवं सरदारगढ़, गजपुर, रिछेड़, कोयल आदि से लोग उपस्थित रहे।