ज्ञानशाला की सार-संभाल
उत्तर-कोलकाता।
साध्वीप्रमुखाश्री विश्रुतविभा जी के आशीर्वाद व ज्ञानशाला की आंचलिक संयोजिका डॉ0 प्रेमलता चोरड़िया के अभिनव चिंतन से उत्तर-कोलकाता बिनायक एन्क्लेव ज्ञानशाला की सार-संभाल और निरीक्षण हेतु उत्तर कोलकाता सभा द्वारा वृहद् कोलकाता ज्ञानशाला की आंचलिक संयोजिका डॉ0 प्रेमलता चोरड़िया, सह-संयोजक संजय पारख, समिति सदस्य मालचंद भंसाली उपनगर क्षेत्रीय संयोजिका मंजु घोड़ावत, साउथ कोलकाता क्षेत्रीय संयोजक प्रकाश दुगड़, सह-संयोजिका निधि कोचर, उत्तर कोलकाता सभा के अध्यक्ष विनोद बैद, मंत्री हेमराज संचेती व प्रशिक्षिकाएँ, अभिभावक एवं 8 ज्ञानार्थी उपस्थित थे। कार्यक्रम का शुभारंभ नमस्कार महामंत्र के सामूहिक संगान से हुआ। प्रारूप के अनुसार गुरु वंदना, ज्ञानशाला गीत, प्रतिज्ञा आदि करवाए गए। अध्यक्ष और मंत्री ने सभी का स्वागत किया एवं ज्ञानशाला के बारे में विचार व्यक्त किए। ज्ञानार्थी देवांश बैद ने संगठन में एकता पर कहानी सुनाई। प्रशिक्षिकाओं ने आभार ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का समापन किया।