द पॉवर ऑफ एफर्मेशन कार्यशाला का आयोजन
हैदराबाद।
अभातेममं के निर्देशानुसार, हैदराबाद तेममं द्वारा ‘द पॉवर ऑफ एफर्मेशन’ कार्यशाला का आयोजन किया गया। नमस्कार महामंत्र से कार्यशाला आरंभ की गई। पच्चीस बोल दोहराए गए। तत्पश्चात बहनों द्वारा प्रेरणा गीत का संगान किया गया। अध्यक्ष अनीता गिडिया ने सभी बहनों का स्वागत किया। बहन चित्रा दुगड़ ने बहा कि एफर्मेशन अर्थात एक ऐसा दृढ़ वाक्य जिसे हम बार-बार दोहराते हैं। हमारे अवचेतन मन में वह बात बैठ जाती है। हम यूनिवर्स से वैसे ही परमाणुओं को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। बबीता बैद ने बताया कि ऐसा माना जाता है जब हम बहुत जड़ शक्ति के साथ एफर्मेशन करते हैं मतलब रोज हम अपने आपसे ऐसा कहते हैं कि मैं बहुत अच्छा इंसान हूँ, मैं स्वस्थ हूँ, मैं ऊर्जावान हूँ, ईश्वर मेरे साथ है, मैं जीवन से संतुष्ट हूँ तो एक दिन जरूर हम वैसा ही बन जाते हैं। एफर्मेशन एक ऐसा शब्द है जिससे नकारात्मक सोच पर काबू पाया जा सकता है।
पूर्व अध्यक्ष रीता सुराणा ने अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने श्वास लेने के भी सही तरीके बताए। बहनों को ज्योति केंद्र प्रेक्षा का प्रयोग करवाया गया। संयोजिका रीटा सुराणा, बबीबा संचेती, चित्रा दुगड़ का अच्छा सहयोग रहा। कार्यशाला में यशोदा कोठारी, बबीता संचेती, सुनीता बैद, राजकुमारी गिडिया, विनोद दुगड़ आदि बहनों की उपस्थिति रही।