मंत्र दीक्षा धार्मिक संस्कारों की एल0के0जी0
मदुरै
तेयुप के तत्त्वावधान में मंत्र दीक्षा का विशेष आयोजन जो छोटे से लेकर बड़े बच्चों में धर्म के प्रारंभिक संस्कारों का जागरण करता है, अगर बच्चों में शुरुआत से ही धार्मिक संस्कारों का बीजारोपण कर दिया जाए तो उन्हें आगे जाकर अपने जीवन को बुराईयों और भटकावों से बचाया जा सकता है। मंत्र दीक्षा धर्म की एलकेजी है। मदुरै ज्ञानशाला के बच्चों में धर्म की अभिनव जागृति हो और उनका जीवन इस दिशा में निरंतर गतिमान होता रहे।
सहयोगी संत मुनि भरत कुमार जी ने कहा कि लेता है बचपन में संस्कार, उसके पचपन तक होते हैं अच्छे विचार, उसके जीवन में रहता है सद्व्यवहार और जीवन में रहता है गुणों का भंडार। बाल संत जयदीप कुमार जी ने बच्चों का उत्साहवर्धन किया।
ज्ञानशाला प्रशिक्षिकाओं ने गीत का संगान किया। ज्ञानशाला के आंचलिक संयोजक धनराज लोढ़ा, तिरुपुर से पधारे जितेंद्र जैन, तेयुप के मंत्री राजकुमार नाहटा ने ज्ञानशाला पखवाड़ा की जानकारी दी। उपासिका एवं ज्ञानशाला प्रशिक्षिका सरोज लोढ़ा ने पिछने 2 साल में ज्ञानशाला में हुए कार्यों की जानकारी दी। संचालन ज्ञानशाला प्रशिक्षिका सरोज लोढ़ा ने किया।
कार्यक्रम के अंत में तेयुप द्वारा ज्ञानशाला के बच्चों को पुरस्कार द्वारा प्रोत्साहित किया गया। कार्यक्रम में तिरुपुर, त्रिची बाहर गाँव से श्रावक पधारे हुए थे।