बच्चों के धार्मिक विकास में ज्ञानशाला महत्त्वपूर्ण
पेटलावद
अभातेयुप के निर्देशन में तेयुप ने मंत्र दीक्षा कार्यक्रम का आयोजन किया। मुनि वर्धमान कुमार जी के सान्निध्य में कार्यक्रम के अंतर्गत कुल 50 बच्चों ने नमस्कार महामंत्र के सामुहिक संगान के साथ मंत्र दीक्षा ग्रहण की। मुनि वर्धमान कुमार जी ने कार्यक्रम की शुरुआत गीत के संगान के साथ करते हुए मंत्र दीक्षा को महत्त्वपूर्ण उपक्रम बताया और ज्ञानशाला के बच्चों को देव, गुरु और धर्म के विषय में जानकारी दी। नवकार महामंत्र की महिमा को कहानी के माध्यम से बताया।
तेयुप के अध्यक्ष रूपम पटवा ने बताया कि हम मंत्र दीक्षा के माध्यम से अभातेयुप की 350 शाखाएँ पूरे देश में प्रतिवर्ष समाज के छोटे-छोटे बच्चों में जैन धर्म, तेरापंथ धर्म आदि आध्यात्मिक संस्कारों के सिंचन का कार्य करती हैं। बच्चों में स्थानीय सभा द्वारा नियुक्त ज्ञानशाला प्रशिक्षक व प्रशिक्षिकाओं के माध्यम से पूरे वर्ष आध्यात्मिक शिक्षण का कार्य किया जाता है।
कार्यक्रम में ज्ञानशाला के बच्चे कृतिका भंडारी, एनी पटवा, सभा मंत्री लोकेश भंडारी, महिला मंडल अध्यक्ष मनीषा पटवा, तेयुप अध्यक्ष रूपम पटवा ने विचार व्यक्त किए व ज्ञानशाला के बच्चों ने ज्ञानशाला की उपयोगिता पर संवाद प्रस्तुत किया।
कृति भंडारी को सभाध्यक्ष विनोद भंडारी ने विशेष योग्यता सम्मान से सम्मानित किया तथा ऑन लाइन क्लास लेने वाले बच्चों को सभा मंत्री लोकेश भंडारी ने सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन ज्ञानशाला प्रशिक्षिका पुष्पा पालरेचा ने किया व अंत में आभार ज्ञापन महेश भंडारी ने किया।