ज्ञानशाला के विविध आयोजन
उत्तर हावड़ा
उत्तर हावड़ा क्षेत्र में आंचलिक संयोजिका डॉ0 प्रेमलता चोरड़िया अपने अभिनव चिंतन के साथ क्षेत्र में चारों ज्ञानशाला के सार-संभाल के लिए पधारी। कार्यक्रम की शुरुआत नमस्कार महामंत्र के साथ हुई। बच्चों ने ज्ञानशाला गीत द्वारा अपनी प्रस्तुति दी। उत्तर हावड़ा के संयोजक प्रदीप बैद ने सभी का स्वागत किया एवं कार्यक्रम का संचालन किया। सभा के अध्यक्ष राकेश संचेती ने बच्चों को ज्ञानशाला आने की प्रेरणा दी। ज्ञानशाला आंचलिक संयोजिका डॉ0 प्रेमलता चोरड़िया ने ज्ञानशाला की निमयों एवं सभा के दायित्व पर अपने विचार व्यक्त किए। सह-संयोजक संजय पारख ने बच्चों से कुछ प्रश्न पूछे और बच्चों को ज्ञानशाला के नियम अपनाने की प्रेरणा दी।
आंचलिक समिति के सदस्य मालचंद भंसाली ने कहानी के माध्यम से बच्चों को बताया कि हमारे जीवन में संस्कारों का क्या महत्त्व है। महिला मंडल अध्यक्षा अलका सुराणा ने सभी अभिभावकों से निवेदन किया कि वे अपने बच्चों को ज्ञानशाला अवश्य भेजें। अभिभावकों ने अपने विचार व्यक्त किए। आभार ज्ञापन उत्तर हावड़ा ज्ञानशाला की क्षेत्रीय सह-संयोजिका सरिता पटावरी ने किया। कार्यक्रम में उत्तर हावड़ा ज्ञानशाला की मुख्य प्रशिक्षिका मंजु कोठारी, ममता नाहटा, ज्ञानशाला की क्षेत्रीय संयोजिका सुजाता दुगड़, सभा के उपाध्यक्ष जेठमल श्यामसुखा, सहमंत्री रवि छाजेड़ एवं महावीर दुगड़ उपस्थित थे।