अभिनव सामायिक फेस्टिवल के विविध आयोजन
बठिंड़ा
साध्वी कनकरेखा जी के सान्निध्य में नव वर्ष का शुभारंभ व अभातेयुप द्वारा सामायिक फेस्टिवल का कार्यक्रम उत्साह के साथ मनाया गया। प्रथम चरण में अभिनव सामायिक फेस्टिवल की शुरुआत त्रिपदी वंदना के साथ हुई। जप, ध्यान आदि का प्रयोग साध्वी केवलप्रभा जी ने करवाया। स्वाध्याय के महत्त्व को उजागर करते हुए साध्वी कनकरेखा जी ने अपने वक्तव्य में कहा कि नव वर्ष का प्रारंभ हम सामूहिक सामायिक के साथ करने जा रहे हैं। तेयुप की यह सूझबूझ वास्तव में विश्व मैत्री दिवस के साथ जुड़ी हुई है। युद्ध की विभिषिका को शांत कर हम अध्यात्म में प्रवेश करें, अमूल्य सामायिक के महत्त्व को समझें।
बठिंडा का श्रावक समाज बड़ा ही जागरूक है, सभी में अच्छा उत्साह है, सामायिक का यह नजारा वास्तव में प्रशंसनीय रहा। कार्यक्रम के दूसरे चरण में साध्वीश्री जी ने कहा कि सन् 2022 को अलविदा एवं 2023 को वेलकम करने के साथ हमें अनुचिंतन करना है, आत्मनिरीक्षण, आत्मपरीक्षण करना है-हमने क्या खोया, क्या पाया? वर्ष भर का लेखा-जोखा करने का यह सुनहरा अवसर है। अपेक्षा है हम अपनी संस्कृति व संस्कारों को सुरक्षित रखें। बयालिस वर्षों के पश्चात साध्वी गुणप्रेक्षाश्री जी अपनी संयम जन्मभूमि में पहली बार पधारी। गुरुदेवश्री तुलसी के करकमलों से दीक्षित साध्वी गुणप्रेक्षाश्री जी ने आराध्य अभ्यर्थना के साथ अपने विचार रखे।
साध्वी संवरविभा जी, साध्वी केवलप्रभा जी, साध्वी हेमंतप्रभा जी ने नव वर्ष पर सुमधुर गीत का संगान किया। साध्वीश्री जी ने शुभकामना व्यक्त की। सभाध्यक्ष राजीव जैन ने पूरे बठिंडावासियों की ओर से साध्वीश्री जी का स्वागत करते हुए विचार रखे। बृहद् मंगलपाठ का श्रवण करने डबवाली, हनुमानगढ़, जोतो मंडी, गुणी मंडी आदि क्षेत्रों से उपस्थिति रही। सभा मंत्री डॉ0 योगेश जैन एवं पूरी टीम का कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग रहा।